दुर्लभ वन्यजीव पेंगुलिन की तस्करी करते तीन गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए है इसकी कीमत
महासमुंद। दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव पेंगुलिन की तस्करी करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बलौदाबाजार मार्ग स्थित ग्राम चनाट और दलदली के बीच तस्करों को पकड़ा। इस दुर्लभ वन्यजीव की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपए होना बताया जा रहा है। जिले से लगे बलौदाबाजार जिले के बारनवापारा अभ्यारण्य से इसे पकड़ा गया है। पेंगुलिन की उम्र तीन साल है और वजन करीब 14 किलो है। इसकी लम्बाई 40 इंच है। पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा करते हुए एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि तीन आरोपियो मे गोविंद बरिहा उम्र 35 वर्ष निवासी बलौदाबाजार, उत्तरा यादव उम्र 42 वर्ष बसना और कीर्ति लाल पटेल उम्र 53 वर्ष भंवरपुर निवासी हैं।
तीनों आरोपी इसे बारनवापारा अभ्यारण्य से पकड़कर बेचने ले जा रहे थे। बसना पुलिस ने तस्करी करते हुए पकड़ लिया। आरोपियों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 09,39(1)(बी)20,50(ए,बी),51 के तहत मामला पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्रवाई के लिए वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है। वन विभाग मामले की जांच करने के बाद पेंगुलिन को जंगल सफारी भेजने की तैयारी कर रहा है।
बताया जाता है कि पेंगुलिन दुर्लभ प्रजाति का वन्यजीव है। जिसे सालखपरी अथवा वज्रशल्क भी कहा जाता है। विभिन्न भ्रांतियों के कारण इसकी तस्करी होती है। देश-विदेश में इसकी डिमांड होने से इसे पकड़कर लाखों रुपए में बेचा जाता है। बसना पुलिस द्वारा मुखबिरों की मदद से की गई कार्रवाई की वन्यजीव प्रेमियों ने सराहना की है। पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज ने पुलिस के मैदानी अमले को इसके लिए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।