ब्रेकिंग
हरदा: स्वरोजगार योजनाओं में लक्ष्य अनुसार प्रकरण स्वीकृत कराएं   कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में दिए न... खिरकिया: सर्व सेन समाज के ब्लॉक अध्यक्ष राजेश वर्मा नियुक्त  हरदा: प्रायवेट डॉक्टर्स को जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा खेती किसानी: महाविद्यालय में निर्मित जैविक केंचुआ खाद का निरामया ब्रांड नाम से लॉन्च हरदा नगर पालिका: भ्रष्टाचार का अड्डा, ईओडब्ल्यू तक पहुंचा मामला जांच शुरू , सीएमओ की कार्यप्रणाली पर... हरदा: खंडवा नर्मदापुरम जिले के 8 बदमाश रात के अंधेरे में बना रहे थे डकैती की योजना, मुखबिर की सूचना ... हरदा: PWD एसडीओ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सरपंच संघ, सचिव संघ और जयश का प्रदर्शन। देखे वीडियो PM Kisan Yojana Applying Process: पीएम किसान योजना में नए आवेदन हुए शुरू, ऐसे करे फार्म जमा मिलेंगे ... प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: युवाओं के लिए टॉप कंपनियों में नौकरी करने का मौका यहां जाने जरूरी पात्... सोने और चांदी के आज के ताजा भाव: जानिए अपने शहर के रेट और खरीदने से पहले ज़रूरी बातें Gold Silver Ra...

पहली सालगिरह के दिन मौत: बुझ गया परिवार चलाने वाला चिराग, अस्पताल प्रबंधन ने नहीं दी कई महीने से सैलरी, जानिए अचानक कैसे गई जान ?

पत्नी सहित पूरे परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है

बालोद। जिले के अर्जुन्दा से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। जहां शादी की पहली सालगिरह के दिन 108 एम्बुलेंस ड्राइवर ने ड्यूटी करने के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। दरअसल, रात 12 बजे 108 एंबुलेंस पायलट 25 साल के कोमल चौधरी और उनका साथी अर्जुंदा शासकीय अस्पताल से राजनांदगांव एक मरीज को रेफर करने ले गए। जहां से वापस अर्जुंदा अस्पताल पहुंचे। दोनों अपने कमरे में आराम कर रहे थे।

जब सुबह हुई तब अचानक पायलट कोमल चौधरी के सीने में दर्द होने लगी, जिसके बाद उन्होंने इस बात की जानकारी अपने साथी खिलेश सार्वा को दी। फिर दोनों अस्पताल पहुंचे और जांच के बाद उन्हें इंजेक्शन लगाया गया। जैसे ही वह दोबारा कमरे में पहुंचा और आराम करने लगा, लेकिन तब तक यह आभास नहीं हुआ कि वह इतनी गहरी नींद में सो जाएगा कि कभी उठ ही नहीं पाएगा। जब उनके साथी ने उसे उठाने का प्रयास किया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वह दम तोड़ चुका था।

गांव में दौड़ी शोक की लहर

- Install Android App -

बताया जा रहा है कि मृतक कोमल चौधरी कि पिछले साल 19 मई को शादी हुई थी। वह अपनी पत्नी के साथ सालगिरह मनाने के बजाय मरीजों के लिए ड्यूटी करता रहा। इधर घटना के बाद से मृतक कोमल चौधरी के गांव मटिया में शोक की लहर दौड़ गई तो वहीं पत्नी सहित पूरे परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

3 माह से नहीं मिला वेतन

मिली जानकारी के अनुसार मृतक कोमल चौधरी को लगातार तीन माह से वेतन नहीं मिला है। बावजूद इसके वह लगातार ड्यूटी कर रहा था। यही उम्मीद के साथ कि उन्हें वेतन मिलेगा और उनके परिवार का गुजारा चलेगा। अब परिवार को उम्मीद है कि शासन प्रशासन अगर उन्हें किसी तरह से रोजगार मुहैया कराती है और किसी तरह का अनुदान देती है तो उनके घर का गुजारा चल पाएगा।

बुझ गया परिवार को चलाने वाला चिराग

मिली जानकारी के अनुसार मृतक के परिवार में 4 सदस्य हैं, जिसमें से उनकी पत्नी दिलेश्वरी चौधरी अभी गर्भवती है और छोटा भाई पंकज चौधरी पढ़ाई करता है। माता टामिन चौधरी और पिता तरुण चौधरी बुजुर्ग होने के कारण काम करने में असमर्थ हैं, जिसके चलते कोमल चौधरी की आमदनी से ही परिवार का गुजारा चलता था, लेकिन अब उसके गुजर जाने के बाद परिवार चलाने के लिए कोई नहीं बचा।