सुमित खत्री हंडिया।जहाँ एक ओर कोरोना से बचाव की खातिर देश में लॉकडाउन है,तथा सरकार ने जरूरी सामान की दुकानों के लिए निश्चित समय तक खोलने की छूट दी है।कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन मे पान मसाला तथा बीड़ी सिगरेट आदि की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है।साथ ही सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि लॉकडाउन में किसी भी चीज की काला बाजारी नहीं होगी।वहीं निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर सामान बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश हैं।किंतु शासन की सख्ती के बावजूद लोग कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।प्रतिबंधित होने से बीड़ी, सिगरेट तथा पान मसाला फुटकर दाम से डेढ़-दोगुना महंगा करके बेच रहे हैं।
लॉकडाउन होने के बावजूद बीडी-सिगरेट और पान मसाला खाने वाले शौकीन किसी भी कीमत पर सामान खरीद रहे हैं।क्योंकि नशे की गिरप्त में डूबे कुछ लोगो को नास्ते चाय या भोजन के बाद अगर पान मसाला या फिर बीड़ी सिगरेट न मिले तो चैन नहीं आता है।लॉकडाउन के कारण घरों में रहने से लोगों के बीड़ी,सिगरेट तथा पान मसाले की खपत बढ़ी है।किंतु बिक्री पर प्रतिबंध और खपत ज्यादा होने से दुकानदार फुटकर दाम से ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं।
वसूल रहे दोगुनी कीमत
कुछ शौकीनों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि वह जबतक दिनभर में दो चार बीड़ी न पी लें, तो उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ किया ही नहीं।जब से लॉकडाउन हुआ है,तब से बीड़ी मिलना मुश्किल हो गया है। इसलिए पहले जिनसे बीड़ी खरीदते थे,अब उनके घर जाकर बीड़ी का बंडल ले रहे हैं।
क्या कीमत पर ही मिल रहा है,,,,,,,?
इस सवाल पर वे कहते हैं कि जो बिंडल पहले 25 रुपये में मिलता था,वह अव 35 रुपये और 40 रुपये मे मिल रहा है,बीड़ी वाले का कहना है कि नॉर्मल सप्लाई आ नहीं रही है।जो आ रही है, वह महंगी आ रही है।