हरदा। अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि 23 जून को बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने कोरोनो वायरस के खिलाफ पहली आयुर्वेदिक दवा का दावा किया है। इस मामले में उन्होंने थाने में शिकायत की है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने कोरोनिल और स्वसारी लांच किया और दावा किया कि प्रभावित रोगियों पर नैदानिक परीक्षणों ने 100 प्रतिशत अनुकूल परिणाम दिखाए हैं और बिना अनुमति के दवा का प्रचार-प्रसार किया है। उनका कहना है कि उपरोक्त व्यक्तियों और संस्था के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस थाना हरदा के द्वारा इस संबंध में कार्रवाई नहीं की गई और एफआईआर दर्ज नहीं की तो उन्हें न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी।
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