मकड़ाई समाचार हरदा। शिवराज सरकार 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जन-जातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने जा रही है। इस कार्यक्रम पर करोड़ों रुपया खर्च किया जा रहा है और यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि भाजपा की शिवराज सरकार आदिवासी भाइयों की हितैषी है। जबकि वास्तविकता इसके पुर्णतः विपरीत है। पिछले 18 वर्ष के शासन में शिवराज सरकार ने कई आदिवासी विरोधी कार्य किए है। जिस कारण से वर्ष 2018 में आदिवासी समाज ने उन्हें चुनाव में सिरे से नकार दिया था। परंतु जनमत की चोरी की मदद से शिवराज फिर सत्ता में क़ाबिज़ हो गए और अब वही झूठे वादे एवं प्रलोभन प्रदेश के भोले भाले आदिवासी भाइयों से किए जा रहे हैं।
“वर्ष 2020 की राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक आदिवासी समुदाय पर अत्याचार के मामले में मध्य प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। अगर बीजेपी वाकई आदिवासी समुदाय का सम्मान करना चाहती है तो उसे सबसे पहले सरकार के संरक्षण में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों को रोकना चाहिए। आदिवासियों को गाड़ी से बांधकर घसीटकर हत्या करने और आदिवासियों के पूरे परिवार को जमीन के भीतर जिंदा गाड़ देने जैसी घटनाएं जब तक मध्य प्रदेश में होती रहेंगी तब तक बीजेपी सरकार को खुद को आदिवासी हितैषी कहने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रदेश में जब कमलनाथ सरकार थी तो उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था लेकिन शिवराज सिंह चौहान सरकार ने वह अवकाश निरस्त कर दिया। यही नहीं जिन इलाकों में आदिवासी समुदाय के लोग आदिवासी दिवस मनाना चाहते थे, वहां भी बहुत सी पाबंदियां लगा दी। यह भाजपा का असली चेहरा है। कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान आदिवासियों को उनकी जमीन पर पट्टे देने की व्यवस्था की गई थी लेकिन मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इस तरह के नियम बना दिए की ढाई लाख से अधिक आदिवासी अपनी ही जमीन पर पट्टा पाने से आज तक वंचित हैं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओम पटेल ने कहा कि बीजेपी लंबे समय से आदिवासी संस्कृति और आदिवासी अस्मिता पर हमला करने की कोशिश करती रही है। कमलनाथ सरकार के दौरान आदिवासियों के हित में बहुत सारी योजनाएं बनाई गई थीं जिनमें से ज्यादातर योजनाएं शिवराज सिंह चौहान सरकार ने बंद कर दी हैं। बीजेपी जनजातीय गौरव दिवस मनाने का पाखंड कर रही है। भाजपा दिखाना चाहती है कि वह आदिवासियों की बहुत हितेषी है लेकिन है नहीं. मध्य प्रदेश की जनता और यहां का संपूर्ण आदिवासी समाज इस सच्चाई को समझता है, श्री पटेल ने कहा कि कल 14 नवम्बर से जिले के कांग्रेसजन जनता के बीच भाजपा के आदिवासी विरोधी चेहरे को उजागर करने के लिए जन जागरण अभियान प्रारम्भ कर रही है।