ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा सभी 900 कैदियों को तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधे, बुराइयों को त्यागने का दिया वचन
ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा जिला जेल खंडवा, निमाड़ अंचल नेत्रहीन आश्रम, केशव सेवाधाम विकलांग आश्रम एवं हिन्दू बाल सेवा सदन अनाथ आश्रम में मनाया रक्षाबंधन का त्यौहार
“ब्रह्माकुमारी बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाते हुए कैदियों की बह निकली अश्रुधाराएं”
खंडवा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय भाग्योदय भवन खंडवा की ब्रह्माकुमारी बहनों ने जिला जेल खंडवा, निमाड़ अंचल नेत्रहीन आश्रम, केशव सेवाधाम विकलांग आश्रम एवं हिन्दू बाल सेवा सदन अनाथ आश्रम पहुंचकर राखी के पावन रक्षा-सूत्र बांधे। बीके किरण दीदी ने रक्षाबंधन का महत्त्व बताते हुए अपने अवगुणों को रक्षाबंधन के उपहार के रूप में देने के लिए कहा, तथा इस मौके पर सभी से बुराईयां त्यागने एवं ज्ञान-सदगुण-अच्छाइयां धारण करने की प्रतिज्ञा कराई । गौर तलब है कि उक्त आश्रमों में निवासरत भाइयों एवं जिला जेल के बंदियों में अधिकांश के परिजन अत्यधिक दूर निवासरत होने से या अत्यंत निर्धन होने के कारण रक्षाबंधन पर मिलने एवं शुभकामनाएँ देने नहीं आ पाते बहने भाइयों को राखी नहीं बांध पाती अतः ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा प्रति वर्ष आश्रमों एवं जिला जेल पहुंचकर राखी बाँधी जाती है एवं मुख मीठा कराया जाता है ताकि किसी भी भाई की कलाई सुनी नहीं रह पाए।
जिला जेल में संस्था से जुड़े वरिष्ठ भाई बहनों एवं ब्रह्माकुमारी बहनों ने कैदियों तथा बंदियों को संबोधित करते हुए बुराईयों को त्यागने का वचन लिया, संस्था के वरिष्ठ बीके हरिशंकर शर्मा ने अपराधिक वृत्ति को ईश्वरीय शक्ति से परिवर्तित कर कैसे सदवृत्ति में बदला जाए इस विषय पर सभी कैदियों को मार्गदर्शन प्रदान किया, बीके पावन बहन ने राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा अपने मानसिक विकारों को कैसे दूर किया जा सकता है इसपर प्रकाश डाला।
ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा सभी 900 कैदियों को तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधे एवम मुख मीठा करवाया जिन्हे बंधवाते हुए कैदियों की आंखों से आश्रुधराएं बह निकली, बहनों द्वारा जेल अधीक्षक महोदय के साथ सभी जेल स्टाफ को भी राखी बांधी गई।