मकड़ाई समाचार जबलपुर। रिछाई स्थित ट्रांसफार्मर फैक्ट्री में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। दरअसल ट्रांफार्मर फैक्ट्री के सामने ही विद्युत ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। जो पिछले दो दिनों खराब होने के कारण बंद था। जिसे चालू करने के कुछ देर बाद ही ये हादसा हुआ। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे रांझी टीआई सहदेव राम साहू ने बताया कि बिजली कर्मियों ने रविवार को ही ट्रांसफार्मर में सुधार कार्य किया था। ट्रांसफार्मर सुधरते ही जैसे ही बिजली आपूर्ति बहाल की गई कुछ देर बाद फैक्ट्री सुलग उठी। संभावना जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट से फैक्ट्री में आ लगी होगी। वहीं, महाकोशल उद्योग संघ के अध्यक्ष डीआर जैसवानी ने बताया कि फैक्ट्री में ट्रांसफार्मर की रिपेयरिंग व नए ट्रांसफार्मर बनाने का काम किया जाता है। करीब 100-125 ट्रांसफार्मर फैक्ट्री में रखे हुए थे। इसके अलावा कल ही फैक्ट्री मालिक ने करीब 12 हजार लीटर आयल मंगवाया था। ट्रांसफार्मर में आयल का उपयोग किया जाता है। फैक्ट्री में ज्वलनशील सामग्री रखी होने से आग तेजी से फैली और कुछ घंटे में ही सबकुछ जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही रांझी टीआई के अलावा एसपी प्रदीप शेंडे, सीएसपी एमपी प्रजापति सहित भी मौके पर पहुंच गए थे।
फैक्ट्री परिसर में रह रहे श्रमिक के परिवार को निकाला-
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस फैक्ट्री में आग लगी उसके परिसर में ही एक श्रमिक परिवार भी रहता था। जैसे ही आग फैली वहां मौजूद जनों ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया। नहीं तो जनहानि भी हो सकती थी।
सायरन से गूंजा औद्योगिक क्षेत्र, बंद की क्षेत्र की बिजली-
अग्निहादसे की सूचना मिलने के बाद दमकल वाहनों के अलावा पुलिस, नगर निगम और जिला प्रशासन, बिजली विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए। पूरा औद्योगिक क्षेत्र दमकल व पुलिस के वाहनों के सायरन से गूंज उठा। हरकत में आए बिजली विभाग ने भी तत्काल क्षेत्र की बिजली बंद कर दी। ताकि शार्ट सर्किट से कहीं और आग न लगे। बिजली बंद होने से दमकल कर्मियों को भी वाहन लाने-ले जाने व आग बुझाने में परेशानी हुई। वहीं औद्योगिक क्षेत्र रिछाई की सड़कें खराब होने व नव निर्मित फ्लाई ओवर में गड्ढे होने के कारण भी दमकल वाहनों को पहुंचने में देर हुई।
दीवार तोड़ कर बुझाई आग, फिर भड़की-
आग थोड़ी धीमी पड़ी तो वीकल फैक्ट्री के दमकल कर्मियों ने सुझबुझ का परिचय देते हुए फैक्ट्री की दीवार तोड़ी और उसमें सुराख कर उसमें भीतर बौछारें कर भीतर लगी आग बुझा दी। लेकिन आयल से भरे ड्रम रखे होने के कारण आग भड़कती रहीे जिसे बुझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दमकल कर्मी करीब डेढ़-दो बजे तक जुटे रहे।
कुछ ने फैक्ट्रियों ने दिया पानी कुछ ने किया मना-
आग लगने की सूचना पाकर पहुंचे नगर निगम के आठ दमकल वाहनों ने पानी की बौछारें कर आग को बुझाने का प्रयास किया। लेकिन पूरा पानी खत्म होने के बाद भी आग बेकाबू हो रही थी। कुछ देर में ही दमकल वाहनों का पानी खत्म हो गया। दमकल कर्मियों के मुताबिक ये अच्छा रहा कि क्षेत्र की आेके फूड और पारले फैक्ट्री ने आग बुझाने के लिए भरपूर पानी दिया जबकि अन्य फैक्ट्रियों ने पानी देने से मना कर दिया। जिससे आग पर देरी से काबू पाया जा सका।
फायर सब स्टेशन की आज तक नहीं हो पाई स्थापना –
औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में अग्निहादसों से निपटने के लिए उद्यमियों द्वारा यहां फायर सब स्टेशन स्थापित करने की लगातार मांग की जा रही है। उसकी स्वीकृत भी मिल गई है। लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम की उदासीनता के चलते यहां सब स्टेशन स्थापित नहीं हो पाया। महाकोशल उद्योग संघ के अध्यक्ष डीआर जैसवानी ने बताया यदि फायर सब स्टेशन स्थापित होता तो काफी हद तक फैक्ट्री जलने से बच जाती। विदित हो कि शहर में नगर निगम द्वारा तीन फायर सब स्टेशन ही स्थापित किए गए हैं। एक रांझी में एक अंर्तराज्यीय बस टर्मिनल में और निगम मुख्यालय में स्थापित है।
लाखों का नुकसान
उद्यमियों ने बताया कि फैक्ट्री राजीव अग्रवाल की है। फैक्ट्री करीब 20 हजार वर्गफीट में फैली थी, गोदाम और उसके सामने आफिस भी बना हुआ था। जो अग्निहादसे की भेंट चढ़ गया। हालांकि गोदाम के समीप रखे ट्रांसफार्मर सुरक्षित बच गए। फिर भी हादसे में लाखों रुपये नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।