भोपाल। कांग्रेस पार्टी की मंगलवार को चल रही कार्यसमिति की बैठक के पहले नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी में जो अंतर्विरोध की स्थिति है, वही स्थिति कमोबेश मध्यप्रदेश के नेताओं में भी है। राष्ट्रीय नेतृत्व को बदले जाने को लेकर मप्र के नेताओं का एक गुट चाहता है कि राहुल गांधी नेतृत्व संभालें तो एक गुट सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जता रहा है। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी को पार्टी की कमान संभालने की बात कही है तो वहीं विवेक तनखा उन 23 राष्ट्रीय नेताओं के साथ हैं, जो पार्टी में बड़े परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने राहुल गांधी को नेतृत्व संभालने की मांग की है।
गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी तीन-चार tweet करके कहा कि मुझे इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है। मुझे लगभग 40 वर्षों तक, लंबे समय के रूप में संसद सदस्य के रूप में कांग्रेस पार्टी की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। मैं कई वर्षों तक कांग्रेस पार्टी का महासचिव भी रहा।
गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कल्पना नहीं
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में कहा कि यह समय कॉंग्रेस को एक मत होने का है। मत भिन्नता का नहीं। उन्होंने कहा कि जिस परिवार ने देश की आज़ादी और उसके बाद जो देश के लिए त्याग और बलिदान किया है वह सर्व विदित है। मीडिया में जो कुछ आ रहा है मैं उस से सहमत नहीं हूँ। दिग्विजय सिंह ने कहा कि नेहरू गॉंधी परिवार के बिना कांग्रेस की मैं कल्पना भी नहीं कर सकता।
गौरतलब है कि Sonia Gandhi कांग्रेस पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में लगे हुए हैं। यदि सोनिया नहीं मानती हैं तो पार्टी की कमान किस नेता को सौंपी जाएगी, इसको लेकर सियासी हलकों में लगातार अटकलों का दौर जारी है। कांग्रेस पार्टी का एक खेमा Rahul Gandhi को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहा है, तो चर्चा यह भी है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अंतरिम अध्यक्ष बनाया जा सकता है।