मनावर : धर्म गुरु दीवान माधवसिंहजी एवं संत श्री योगेशजी महाराज के सानिध्य में समाज की प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
सिर्वी समाज की प्रथम सामाजिक जनगणना पुस्तिका और एप्प का अतिथियों के कर कमलों से हुआ विमोचन, सम्मेलन में समयानुसार समाजिक बदलाव पर हुआ महत्वपूर्ण निर्णय –
मनावर ( पवन प्रजापत ): अखिल भारतीय सिर्वी महासभा मध्य प्रदेश के तत्वावधान में रविवार को बालीपुर धाम में सिर्वी समाज का प्रांतीय स्तरीय सम्मेलन का आयोजन समाज के धर्मगुरु दीवान माधवसिंहजी राठौर बिलाड़ा एवं श्री धाम बालीपुर के संत योगेशजी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम बालिकाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। मंचासीन धर्म गुरु दीवान साहब,संत श्री योगेशजी महाराज, बालीपुर सिर्वी समाज के वरिष्ठ पंच धन्नाजी काग, प्रान्तीय अध्यक्ष सीए भगवान लछेटा,महासचिव कान्तिलाल गेहलोत,धर्म एवं समाज सुधार सचिव गंगाराम चोयल,शिक्षा सचिव नरेन्द्र सिर्वी, जिलाध्यक्ष राधेश्याम मुकाती,महिला संगठन प्रान्तीय अध्यक्ष अनिता चोयल, महासचिव डॉक्टर जया मुकाती,जिलाध्यक्ष ललिता पंवार ने आई माताजी का पूजन व आरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत उद्बोधन जिलाध्यक्ष राधेश्याम मुकाती ने दिया। प्रान्तीय सम्मेलन में प्रतिभा सम्मान प्रभारी युवा संगठन प्रदेश प्रतिनिधि लखन काग गंधवानी,डॉक्टर सुनील सेप्टा कुक्षी,युवा संगठन जिलाध्यक्ष नरेन्द्र देवड़ा बालीपुर,महासचिव विशेष भायल कुक्षी एवं विशेष सहयोगी तहसील अध्यक्ष संदीप सेप्टा व युवा संगठन तहसील अध्यक्ष हरीश लछेटा के नेतृत्व में चयनित समाज की विभिन्न विधाओं में पारंगत प्रतिभाओं का सम्मान किया गया वहीं जनगणना संयोजक शेखर भायल, इंजीनियर अशोक राठौर, मुकेश गेहलोत के नेतृत्व में निर्मित सिर्वी समाज की प्रथम जनगणना पत्रिका सिर्वी परिवार का विमोचन भी हुआ। इसी के साथ समय अनुसार आवश्यक सामाजिक बदलाव पर महत्वपूर्ण निर्णय के साथ समाज जनों को दिशा निर्देश प्रदान किए गये जिससे आने वाले समय में समाज आर्थिक लाभ के साथ उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा। समाज के इस महाकुंभ में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों व तहसील सहित ग्राम स्तर के समाज बन्धु एवं मातृशक्ति व युवा वर्ग बढ़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रान्तीय अध्यक्ष सीए भगवान लछेटा ने समाजजनों को संबोधित करते हुए सामाजिक जनगणना,प्रान्तीय शिक्षा एवं सहायता कोष व समयानुसार आवश्यक बदलाव पर विभिन्न क्षेत्रों से मिले सुझाव के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बदलाव के प्रमुख बिन्दु सदन में रखे। धर्म गुरु दीवान साहब ने उपस्थित समाजजनों से समयानुसार बदलाव पर चर्चा करते हुए प्रस्तावित बिन्दुओं पर हाथ उठाकर समर्थन प्राप्त के आधार पर उन्हें लागू करने के दिशा निर्देश देकर समाज में इन्हें प्रभावी रुप से अमल करवाने में स्थानीय पंचो व महिलाओं की विशेष भूमिका पर जोर दिया। इस अवसर पर केन्द्रीय समिति के वरिष्ठ सदस्य,विभिन्न सामाजिक ट्रस्ट व संस्थाओं के पदाधिकारी,प्रान्तीय,जिला व तहसील संगठन पदाधिकारी,महिला संगठन प्रान्तीय,जिला व तहसील पदाधिकारी, युवा संगठन प्रदेश प्रतिनिधि,जिला व तहसील पदाधिकारी सहित विभिन्न क्षेत्र के ग्रामीण इकाई पदाधिकारी व समाज के पंचगण ओर सक्रिय समाजसेवी और पत्रकार बन्धु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी हेमन्त गेहलोत,पत्रकार मुकेश गेहलोत,डॉक्टर शताब्दी गेहलोत,पूजा मुकाती ने किया व आभार प्रान्तीय महासचिव कान्तिलाल गेहलोत ने माना। जनगणना व प्रतिभा सम्मान प्रभारीयो, विज्ञापन दाताओं, विभिन्न सामाजिक ट्रस्ट एवं शैक्षणिक संस्थाओं के अध्यक्ष सहित सभी जिलाध्यक्ष व तहसील अध्यक्षो का हुआ सम्मान सम्मेलन में जनगणना,सामाजिक बदलाव पर चर्चा व प्रान्तीय शिक्षा एवं सहायता कोष में अपने क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाले प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष व तहसील अध्यक्षो, विभिन्न सामाजिक ट्रस्ट एवं शैक्षणिक संस्थाओं के अध्यक्ष सहित विज्ञापन दाताओं का विशेष रूप से सम्मान किया गया।
समाज हित में समयानुसार सामाजिक परम्पराओं,रस्मों को मनाने हेतु महत्त्वपूर्ण निर्णय अखिल भारतीय सिर्वी महासभा मध्यप्रदेश के तत्वावधान में आयोजित प्रदेश स्तरीय सामाजिक सम्मेलन में निम्न बिन्दुओं पर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। जन्म, गोद भराई, पांचवा, जलवा- सूरज पूजन,माता रात रखना,मान देना,विवाह में सगाई,मामेरा, विवाह पश्चात बेटी को लेने जाना,रिसेप्शन पर,मृत्यु में देन लेन,भण में,सिर धुलवाने पर,गवरनी पर आदि ऐसे समस्त आयोजनों पर देन लेन हेतु केवल नगदी लिफाफा दिया जायेगा। किसी भी प्रकार की साड़ी ,कपड़े, बर्तन आदि पर प्रतिबंद रहेगा। परन्तु सगी बहन, भांजे ,भांजियों के लिए इसमें साड़ी कपड़े देने की छूट रहेगी।
मृत्यु भोज में अधिकतम एक मीठा एक नमकीन के साथ भोजन बनाया जाय। विवाह या अन्य मांगलिक आयोजनों में अधिकतम दो मीठे के साथ भोजन बनाया जाना चाहिए। व्यसन और जुंवा सट्टा पर प्रतिबंध जिसमें बारात , विवाह , बाना , सामाजिक त्यौहार जैसे गणगौर, भादवी और माही बीज या अन्य सार्वजानिक स्थान या आयोजनों के समय व्यसन और जुंवा पर प्रतिबंद रहेगा। प्री वेडिंग पर पूर्णत प्रतिबन्ध रहेगा। यह नियम समाज में सभी वर्गों में समानता, एकरूपता और सदभाव लाने और समाज के सर्वांगीण हित में पंचों और संगठन द्वारा सर्व सम्मति से धर्म गुरू दीवान साहब के मार्गदर्शन से लिए गए है।
इन नियमों को न मानने पर – जिस भी परिवार द्वारा इन नियमों को नहीं माना जायेगा वहां पर गांवों के पंचों और महासभा के सभी पदाधिकारियों द्वारा उस आयोजन में भोजन ग्रहण नहीं किया जायेगा। परन्तु किसी भी कार्यक्रम में पंचों और संगठन के सभी पदाधिकारियों द्वारा पूर्णतः सहयोग किया जायेगा और कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जायेगा । यह सम्बन्धित गांव के पंचों की जिम्मेदारी होगी की किसी भी आयोजन के पूर्व संबन्धित परिवार को इन नियमो की जानकारी देवे। गांव के पंचों की जिम्मेदारी यह भी होगी की किसी भी आयोजन के निमित्त परिजनों को यथायोग्य प्रांतीय शिक्षा एवं सहायता कोष में दान करने हेतु प्रेरित करे।
प्रान्तीय सम्मेलन को सफल बनाने में बालीपुर सिर्वी समाज सकल पंच व महिला संगठन एवं युवा संगठन सहित स्थानीय समाजजनों का सराहनीय योगदान रहा