ब्रेकिंग
ॐ कार भिलाला आदिवासी समाज संगठन की राणापुर ब्लॉक स्तरीय कार्यकारणी का हुआ गठन , ब्लाक अध्यक्ष यशवंत ... चोर ने हरदा कृषि उपज मंडी शेड से किसान की सोयाबीन से भरी ट्राली चोरी की, और सोयाबीन बेचने पहुंच गया।... गोलमाल है भाई सब कुछ गोलमाल : हंडिया उपसरपंच करवा रहे सरकारी जमीन पर कब्जा, महिला बोली 4 लाख खर्च कर... Aaj ka rashifal; आज दिनांक 18 अक्टूबर 2024 का राशिफल जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे हरदा सिराली: बाइक सवार युवकों ने 6 साल के मासूम को मारी टक्कर, मौके पर ही मौत ! परिवार में छाया मातम टिमरनी: संघ से जुड़े स्वर्गीय श्री शेषनारायण राठौर के निधन के बाद दिव्यांग बेटी के भाई बने कांग्रेस ... नर्मदापूरम : जिले के ग्राम कोटल्या खेड़ी बना शराबियों का अड्डा, गांव में कचरे के ढेर में शराब की खाल... सिवनी मालवा: न्यायालय के कंप्यूटर प्रिंटर मे घुसा साँप न्यायालय में मच गया हड़कंप, 20 मिनिट रुक गया ... सिवनी मालवा: नवरात्री में मंदिर मे महिला से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को भेजा जेल !  आरोपी भाजपा पिछड़ा ... हरदा: यातायात पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर चालानी कार्यवाही की ! 20 वाहनों के चाला...

महिला ने नाम बदलकर सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत भी लिया,एसटी आरक्षित सीट के लिए झूठा दिया शपथ पत्र

राजगढ़| विनीता नामक महिला ने अनिता बनकर सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत भी लिया। निर्वाचन अधिकारी ने उसे प्रमाण पत्र जारी कर दिया। इतना ही नहीं, घूंघट की आड़ में उसने सरपंच पद की शपथ भी ले ली। जिस अनिता के नाम पर विनीता ने चुनाव लड़ा था, वह करीब 15 वर्षों से राजस्थान में रह रही है। उसने इस संबंध में कलेक्टर के समक्ष शिकायत भी दर्ज कराई। मामला उस वक्त सामने आया जब एक पराजित प्रत्याशी ने मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के समक्ष याचिका दायर की। कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी कर पूछा है कि इतनी बड़ी गड़बड़ी आखिर कैसे हो गई। अगली सुनवाई 13 सितंबर को है।

- Install Android App -

मामला राजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत भीलखेड़ा का है। इस पंचायत में सरपंच पद अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला के लिए आरक्षित था। एडवोकेट मनीष विजयवर्गीय ने बताया कि विनीता रोहेला नामक अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला ने अनिता नामक महिला के नाम पर चुनाव लड़ा। इसके लिए विनीता ने अनिता के आधार कार्ड पर अपना फोटो चस्पा कर दिया था। उसने निर्वाचन आयोग के समक्ष इस बात का शपथ पत्र दिया था कि वह अनुसूचित जनजाति वर्ग से है। आयोग ने शपथ पत्र के आधार पर महिला का नामांकन स्वीकार कर लिया। चुनाव में अनिता बनी विनीता ने सरपंच पद पर जीत हासिल कर ली। राजस्थान में रह रही अनिता को जब इसकी खबर लगी तो उसने कलेक्टर के समक्ष आपत्ति भी दर्ज कराई। इधर, चुनाव में पराजित प्रत्याशी राजलबाई ने एडवोकेट विजयवर्गीय के माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी। कोर्ट ने याचिकाकर्ता के तर्क सुनने के बाद निर्वाचन आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी कर इस मामले मेें जवाब देने को कहा है। याचिका में विनीता रोहेला पर निर्वाचन आयोग के समक्ष झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत करने का आरोप भी है। विजयवर्गीय के मुताबिक, विनीता ने शपथ पत्र में खुद को अनुसूचित जनजाति वर्ग का बताया था, जबकि वह रोहेला समाज की है। इस समाज को मप्र शासन द्वारा जारी सूची में अन्य पिछड़ा वर्ग में रखा गया है।