पवन प्रजापत मकड़ाई समाचार मनावर। मां नर्मदा को बचाने के लिए “समर्थ दादा गुरु”अन्न त्याग कर 21 माह से जल पीकर ही जिंदा रह रहे है। श्री योगेश जी महाराज एवम सुधाकर जी महाराज के साथ माॅ नर्मदा के तट पर संतो के समागम पर वार्तालाप हुआ। एक संत, विद्वान, तपस्वी माॅ नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए यू तो कई अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन नर्मदा मिशन के संस्थापक, प्रकृति के उपासक समर्थ दादा गुरु जिन्होंने 21 माह से अन्न का एक कतरा भी नहीं खाया है, फिर भी नर्मदा जल पर ही वह अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
यह एक प्रकार का ईश्वर का चमत्कार है ।नर्मदा बचाने के लिए अखंड उपासक रहूंगा। उन्होंने बताया नर्मदा का जल इतना अच्छा है कि सिर्फ उसे पीकर भी हम जीवित रह सकते हैं ।भविष्य में नर्मदा के हालात नहीं सुधरे तो मानवता को गंभीर खतरा भी हो जाएगा। सनातन धर्म ,वेदान्त की उपयोगिता, धर्म संस्कृति से जुड़े विषयों पर भी संत समागम मे वार्तालाप हुआ।उक्त जानकारी सद्गुरु सेवा समिति के जगदीश चंद्र पाटीदार पाटीदार ने दी।