ब्रेकिंग
निर्जला एकादशी व्रत सबसे कठोर है!   इस दिन फलाहर तो दूर जल तक ग्रहण नही करते। सरपंच सचिव पर उप सरपंच भारी ग्राम पंचायत में चल रही मनमानी हिटलरशाही गरीब बुजुर्ग दंपत्ति को बिजली क... सार्वजनिक स्थानो पर नही होगी कुर्बानी:अवैध पशु कुर्बानी को लेकर दिल्ली सरकार सख्त Aaj ka rashifal: आज दिनांक 6 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे हंडिया : भारतीय किसान संघ तहसील हंडिया की ग्राम ईकाईयों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ... हंडिया : हर हर गंगे के उद्घोष के साथ मां नर्मदा में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी !  विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री जैन एसपी श्री चौकसे ने किया पौधारोपण। जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अवश्य करें विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्र... एक पेड़ माँ के नाम से पौधा लगकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया!  भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विजय जेवल्या ने मूंग खरीदी के लिए केंद्रीय मंत्री को दिया आवदेन पत्र,...

माओवादियों ने रची PM मोदी की हत्या की साजिश, 10 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

माओवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं ।  पुणे पुलिस ने एल्गार परिषद मामले में वीरवार को दायर अपने आरोप पत्र में दावा किया कि कुछ माओवादी नेता पीएम की हत्या की साजिश रच रहे थे और उनकी योजना देश के खिलाफ युद्ध छेडऩे के लिए हथियार और गोला बारूद की खरीद करने की थी।

पुलिस के अनुसार माओवादी दलितों को लामबंद करने और भड़काने का प्रयास कर रहे हैं और पिछले साल दिसंबर में एल्गार परिषद का सम्मेलन इस रणनीति का हिस्सा था। आरोप पत्र में कहा गया कि माओवादी सर्मिथत सम्मेलन के कारण एक जनवरी को कोरेगांव भीमा में हिंसा ‘भड़क’ गई थी।

- Install Android App -

5,000 पृष्ठों के आरोप पत्र में कार्यकर्ता सुरेंद्र गाडलिंगग, महेश राउत, शोमा सेन, रोना विल्सन और सुधीर धवल सहित 10 लोगों के नाम शामिल हैं। इन सभी को छह जून को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा पांच माओवादी नेताओं दीपक उर्फ मिङ्क्षलद तेलतुंबडे, किशन दा उर्फ प्रशांत बोस, प्रकाश उर्फ ऋतुपर्ण गोस्वामी, दीपू और मंगलू के नाम भी इसमें है जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे भूमिगत हैं।

बता दें कि पुणे के रियॉल्टर तुषार दामगुडे ने 8 जनवरी को एक एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया कि 31 दिसंबर 2017 को ऐतिहासिक शनिवारवाड़ा में आयोजित एल्गार परिषद में कई भड़काऊ भाषण और उत्तेजित बयान दिए गए थे। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, एल्गार परिषद का आयोजन सीपीआई (एम) की समुदायों को आपस में बांटने और इतिहास से छेड़छाड़ कर सरकार के खिलाफ लोगों में तनाव पैदा करने के लिए एक षडयंत्र का हिस्सा था। इसके लिए उन्होंने दलित, अल्पसंख्यक,महिलाओं, छात्रों और उत्पीड़ित वर्ग को अपना लक्ष्य बनाया और उन्हें सरकार के खिलाफ उकसाने का षडयंत्र रचा।