रायपुर,राजनांदगांव। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए देश व्यापी लॉकडाउन है। इसके चलते यह पहली बार हुआ है कि ईदगाह में ईद की नमाज अदा नहीं की गई। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मुस्लिम भाइयों ने घर पर ही नमाज अदा कर वैश्विक स्तर पर अमन चैन की दुआ मांगी। बाद में आसपास के लोगों को मुबारक बात दी। इस दौरान मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। ऐहतियात के तौर पर मस्जिदों के बाहर पुलिस बल तैनात की गई है। ईदगाह मैदान भी सूना-सूना रहा। दुनियाभर के देशों में आज ईद का त्यौहार परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
ईद उल फितर इस्लाम मजहब का एक पवित्र त्योहार माना गया है। रमजान माह की समाप्ति के बाद चांद को देखकर इस त्यौहार को मनाने की परंपरा है। इसलिए दुनिया के अलग-अलग देशों में ईद की तारीख अलग-अलग पड़ती है। इस्लाम मजहब के इस पर्व को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है। मीठी ईद इसलिए क्योंकि इस पर्व में खास तरह के मीठे पकवान बनाए जाते हैं। इस त्यौहार से जुड़ी प्रमुख परंपराएं, महत्व और इतिहास है।
राज्यपाल ने उर्दू में ट्वीट कर दी मुबारकबाद
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूइया उइके ने उर्दू में ट्वीट कर ईद की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से छत्तीसगढ़ के समस्त नागरिकों को ईदुल फित्र मुबारक हो। छत्तीसगढ़ राज्य में हमेशा अमन कायम रहे, मैं ईश्वर से इसके लिए कामना करती हूं।
सीएम भूपेश ने दिया सद्भाव का संदेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रदेशवासियों को ईद पर्व की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा है कि ईद का पर्व प्रेम, सौहार्द्र और भाईचारे का प्रतीक है। यह सामाजिक समरसता का त्यौहार है। यह पर्व हमें ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर एक दूसरे को गले लगाने का संदेश देता है। ईद वास्तव में सामाजिक समरसता का त्यौहार है।
मुख्यमंत्री ने खुशी के इस पर्व को भाईचारे के साथ मनाने की अपील करते हुए कहा है कि इस पर्व को भाईचारे के साथ मनाएं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में ही ईद की नमाज अदा करें और देश-प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और अमन-शांति की दुआ करें। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी ट्वीट कर ईद की बधाई दी है।