शहर में गली कोनों में संचालित हो रही है अवैध मांस दुकानें, निगम के जम्मेदार अफसर आंख बंद कर जेब गरम करने में लगे
मकड़ाई समाचार खंडवा। जन्माष्टमी, गोगा नवमी, गणेशोत्सव, जैन सर्कल समाज का पर्यूषण पर्व आदि त्योहारों को देखते हुए निगम द्वारा शीघ्र ही नगर में संचालित हो रही अवैध मांस की दुकानों एवं बूचड़खाने पर रोक लगाई जाना चाहिए। शिवसेना जिला प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि शिवसेना प्रशासन से अपील करती है कि गोवंश के मामले में और कितने दलाल हैं उन दलालों का पर्दाफाश करना होगा। जब जागो तब सवेरा यह नहीं चलेगा। यह सच है कि नगर निगम को मालूम था कि अवैध बूचडख़ाने चल रहे हैं। हजारों गाय काटी जा रही है। पूरा कार्य सेटिंग से चल रहा था। आखिर नगर निगम में कौन वह दोषी अधिकारी हैं जो रुपयों के लालच में अवैध बूचडख़ाने संचालित करा रहे थे। एक जाफर को सस्पेंड करने से काम नहीं बनेगा। इमलीपुरा क्षेत्र में कई वर्षों से अवैध बूचडख़ानों का संचालन हो रहा है। निगम के अधिकारी और पुलिस के अधिकारियों को सब पता था लेकिन कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहे थे इसकी भी जांच होनी चाहिए। रेलवे में रोजाना हजारों क्विंटल मीट अन्य राज्यों में सप्लाई हो रहा है इसकी भी जांच होनी चाहिए। अवैध मांस का कारोबार किस तरह फल-फूल रहा है। शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने बताया कि निगम में जो दोषी अधिकारी हैं उनको तत्काल सस्पेंड किया जाना चाहिए। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिवसेना अपील करती है कि इसके लिए एक जांच कमेटी बैठाई जाए जो भी दोषी है उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। शहर में गली कोनों में अवैध मांस का कारोबार धड़ल्ले से जारी है निगम के अधिकारी आंख बंद कर जेब भरने में लगे हुए हैं। शिवसेना शहर में संचालित हो रहे बूचडख़ाने के विरोध में देश के न्याय प्रिय प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश महोदय को ज्ञापन सौंपेगी और भाजपा की कहने और कथनी में कितना अंतर कि गौशालाओं को ना तो अनुदान दिया जा रहा है और ना ही किसी प्रकार की कोई मदद मिल रही है।