महाराष्ट्र की सियासत में काफी उठापटक नजर आ रही है। विगत रात्रि केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने उद्धव ठाकरे की पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘तीर-कमान’ को प्रतिबंधित कर दिया नाम और निशान दोनो ही फ्रिज कर दिए गए है।इससे आहत होकर रविवार को उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव आकर जनसंवाद किया। उद्धव ने निर्वाचन आयोग से गुजारिश की उन्हे तुरंत एक नाम और चुनाव चिन्ह दिया जाए। उन्होने कहा कि यह सब बदले की भावना की सियासत है।
महाराष्ट्र में जब शनिवार को केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा उद्दव की पार्टी का नाम और निशान शिवसेना चुनाव चिन्ह धनुषबाण फ्रीज किए जाने के बाद आहत हुए उदधव ठाकरे ने फेसबुक के माध्यम से लोगो चर्चा की और अपनी बात रखते हुए कहा कि आज मैं अपने परिवार से बात कर रहा हूं। हमारी तमाम कोशिशों के बाद भी कुछ लोग नाराज होकर चले गए तो कुछ ने जानबूझकर लालच में आकर गद्दारी की। जिसे सीएम बनना था वो बन गए अब शिवसेना का मुखिया बनने का सपना देख रहे है। हमने काफी सहा है अब नही सह सकते है।
उन्होने कहा कि प्रतिवर्षानुसार शिवाजी पार्क में शिवसेना की रैली नही हो इसके लिए तमाम अड़चने की फिर दशहरा रैली हुई। यह निष्ठा शिवसैनिको की अपनी पार्टी के लिए हैं। इसे खरीदा नही जा सकता है। इसलिए मैं आप लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना नाम मेरे दादा ने दिया था। पहली चुनावी जीत शिवसेना को ठाणे ने दी थी। वसंतराव मराठे पहले पार्षद बने। आज के हालात में शिवसेना तोड़ने में उन्हे ज्यादा खुशी हो रही है जिसके नाम ने उन्हे पहचान दी थी। आज उसी को फ्रिज करा दिया है।हम इसे एक चुनौती मान रहे है।हमने निर्वाचन आयोग को तीन नाम और चुनाव चिन्ह दिए है जल्द हमे इनमे से मिल जायेगे। उद्धव ठाकरे ने तीन नाम शिवसेना बालासाहेब ठाकरे,शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकार ठाकरे, शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे बताए हैं। इसके अलावा उद्धव ठाकरे ने तीन चुनाव चिन्ह त्रिशूल, उगता सूरज, मशाल भी दिखाए हैं।