मकड़ाई समाचार इंदौर। आठ राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बने शूटर जितेंद्र उर्फ जीतू बना से पुलिस इस कदर डरी की 17 महीने में आठ बार गिरफ्तारी टाल दी। कभी बल की कमी तो कभी कानून व्यवस्था में व्यस्तता का हवाला देकर वारंट लौटा दिए। कुछ पुलिस वाले गिरफ्तारी लेने पहुंचे लेकिन जेल प्रशासन ने कहा, वह छोटा मोटा अपराधी नहीं है। उसे ले जाने के लिए भारी बल लेकर आइए। इंदौर के जिला न्यायालय ने जीतू को 6 फरवरी को पेश करने का वारंट जारी किया है। शार्प शूटर जीतू बना को जयपुर पुलिस ने अगस्त 2019 में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। जीतू की गिरफ्तारी की खबर मिलने पर विजय नगर थाना पुलिस संदीप तेल हत्याकांड में पूछताछ करने पहुंची और औपचारिक गिरफ्तारी ली। पूछताछ पूरी होने पर जयपुर पुलिस ने जीतू को केंद्रीय जेल भेजकर इंदौर पुलिस को रवाना कर दिया। इसके बाद इंदौर के जिला न्यायालय से उसके वारंट तो जारी हुए लेकिन दोनों राज्यों की पुलिस गिरफ्तारी टालती रही।
टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक, जीतू शार्प शूटर है। न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट जारी होने पर जयपुर पुलिस को पेश करना चाहिए। हमने दो बार जवान भेजे लेकिन सुरक्षा का हवाला देकर सुपुर्दगी से इन्कार कर दिया। टीआइ के मुताबिक, जयपुर पुलिस ने बताया कि जीतू के विरुद्ध राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, श्रीनगर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित आठ राज्यों में केस दर्ज हैं। उसकी गैंग के बदमाश पुलिस पर भी गोलियां चला देते हैं।
केबल कारोबारी के फार्म हाउस पर रचा षड्यंत्र
कमोडिटी कारोबारी संदीप तेल को कौन गोली मारेगा सहित अन्य बदमाशों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। यह अमलीजामा कारोबारी रोहित सेठी के बायपास स्थित फार्म हाउस पर तय हुआ था। संदीप की रेकी करने के बाद बदमाश इसी फार्म हाउस पर इकट्ठा होते थे। संदीप और रोहित में करोड़ों रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। रोहित ने मंदसौर के युवराज के माध्यम से मराठा से संपर्क किया और संदीप को मारने की सुपारी दे दी। वारदात के बाद रोहित फरार हो गया और देहरादून में गांजा के साथ सरेंडर हो गया।
एसआइ से बोला शूटर- 35 लाख रुपये लेकर तेल को गोली मारी
शूटर जीतू बना ने विजय नगर थाने के एसआइ को बताया कि उसने गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा (देवास) और देवीलाल जाट (निम्बाहेड़ा) से सुपारी लेकर संदीप तेल को गोली मारी थी। हत्या की साजिश मंदसौर हाईवे पर बने जाट के होटल पर रची गई थी। वारदात में अविनाश उर्फ टार्जन, रोहित सूर्यवंशी सहित कई लोग शामिल थे। करीब 20 दिनों तक संदीप की घर, आफिस, फार्म हाउस आदि जगह रेकी की और विजय नगर थाने के पीछे स्थित आफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बदले शूटर जीतू को टुकड़ों में करीब 35 लाख रुपये मिले। मामले में देवीलाल जाट अभी भी फरार है और साउथ तुकोगंज क्षेत्र में रहने वाले एक हिंदूवादी के संपर्क में है। उसके पास स्वचलित राइफल भी है। जीतू ने कई राज्यों में लूट, हत्या, चोरी, अड़ीबाजी, तस्करी करना भी कुबूला था।