हत्या के बाद मटन काटने के चाकू से नूर मोहम्मद ने कर डाले किन्नर जोया के टुकड़े
मकड़ाई समाचार इंदौर। लापता किन्नर जोया की हत्या का पर्दाफाश हो चुका है। खजराना पुलिस ने खजराना के नूर मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है। उसने खजराना में बुलाकर हत्या की और बाद में शरीर के टुकड़े कर डाले। आरोपित को काल डिटेल और टावर लोकेशन के आधार पर पकड़ा गया है। हत्या में कौन-कौन शामिल रहा इस संबंध में पूछताछ चल रही है। धड़ कहां फेंका इसकी भी तलाश जारी है।
आरोपित नूर मोहम्मद ने पुलिस को बताया कि उसकी जोया किन्नर से फ़ेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। नूर की पत्नी गर्भवती है और वह मायके चली गई थी। नूर जोया के साथ संबंध बनाना चाहता था और इसी के लिए उसने जोया को बुलाया था। नूर शक्ल से गंदा दिखा तो जोया ने संबंध बनाने के लिए मना कर दिया। इससे गुस्सा होकर नूर ने जोया के सिर पर किसी भारी चीज से वार कर दिया, जिससे नूर की मौत हो गई है।
पुलिस ने बताया कि नूर के पिता क़ुर्बानी देने का काम करता है। नूर ने घर में रखे संतुर (मटन काटने का चाकू) से जोया के टुकड़े कर दिए। उसने जोया का धड़ घर में ही पलंगपेटी में रख दिया। इसके बाद निचला हिस्सा स्कूटर से फेंककर आ गया।
टीआइ दिनेश वर्मा के मुताबिक चंदन नगर (नाला पार) निवासी मोहसिन उर्फ जोया किन्नर का मंगलवार सुबह एमआर-10 स्थित खाली प्लाट पर शव मिला था। बोरे में सिर्फ शरीर का नीचला भाग (कमर से नीचे) का ही था। उसे धार दार हथियार से काटा गया था। पुलिस ने जोया के स्वजन से जानकारी जुटाई और उसके मोबाइल की काल डिटेल और टावर लोकेशन के आधार पर खजराना के नूर मोहम्मद को जूनी इंदौर से पकड़ लिया।
आरोपित ने प्रारंभिक पूछताछ में ही जोया की हत्या करना स्वीकार लिया।सूत्रों के मुताबिक हत्या अवैध संबंधों के चलते हुई है। शक है वारदात में नूर के साथ कोई और भी है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। शव का आधा भाग (ऊपरी हिस्सा) भी तलाश रही है।
कार खरीदने का बोलकर भाई के साथ निकला था जोया
शरीर का ऊपरी हिस्सा न होने से शव की शिनाख्त नहीं हुई। गुमशुदगी रिपोर्ट खंगाली तो पता चला 27 अगस्त से जोया लापता है। स्वजन को बुलाया तो उसकी चुनरी देखकर पहचान कर ली। भाइयों ने बताया जोया कार खरीदने का बोल कर घर से निकला था। उसको बुआ का लड़का आबिद रिक्शा से लेकर आया। पुलिस ने अशर्फीनगर के सीसीटीवी फुटेज निकाले तो जोया मोबाइल बात करते हुए दिख गया। काल डिटेल में आखिरी काल नूर मोहम्मद का ही निकला। दोनों की अंतिम लोकेशन भी अशर्फी नगर की मिली। देर रात दो किन्नरों को पकड़ा तो नूर का ही नाम बताया।