भोपाल। महिला थाने में 2019 में सबसे ज्यादा दहेज प्रताड़ना के मामले दर्ज हुए हैं। महिला थाने में गत वर्ष 203 मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें सबसे ज्यादा 188 दहेज प्रताड़ना के हैं। इसमें कई मामले सगाई के बाद दहेज की मांग पर शादी टूटने के शामिल है। वहीं छह माह में करीब एक दर्जन केस सगाई के बाद शादी टूटने के आए हैं।
परिवार परामर्श केंद्र में इन मामलों को सुलाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन दोनों पक्षों का तर्क होता है कि अच्छा है शादी से पहले ही सामने वाले के बारे में पता चल गया। वहीं काउंसलर्स का मानना है कि सगाई के बाद ज्यादा घुलना-मिलना, बात करना और सोशल साइट्स पर एक्टिव होना भी रिश्ते टूटने की बड़ी वजह बन रही है।
शादी की तारीख में गैप होना भी कारण
काउंसलर का मानना है कि सगाई के बाद शादी में ज्यादा गैप होना भी बड़ी वजह बन रहा है। गैप में मिलने-जुलने से एक-दूसरे की कमियां ज्यादा सामने आती हैं।
केस-1
लालघाटी की भावना बैरागी (काल्पनिक नाम) की शादी मुंबई में एक कंपनी में एचआर राहुल बैरागी से तय हुई। भावना बैंक में कार्यरत है। दोनों की सगाई फरवरी में हुई और नवंबर में शादी होनी थी। दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा। इस बीच राहुल को भावना के फेसबुक से उसकी दोस्ती और मिलनसार व्यवहार का पता चला, जो उसके घर के माहौल के हिसाब से सही नहीं लगा, इसलिए उसने दहेज की मांग कर शादी तोड़ने का फैसला किया।
केस-2
अरेरा कॉलोनी की ईशानी शर्मा (काल्पनिक नाम) की शादी अहमदाबाद में एक आईटी कंपनी में कार्यरत सोमेश से तय हुई। दोनों की सगाई के बाद बातचीत जारी रही। दोनों का प्री-वेडिंग शूट हुआ। शादी के 15 दिन पहले लड़के वालों ने शादी करने से इन्कार कर दिया। उन्हें लड़की का व्यवहार अच्छा नहीं लगा। महिला थाना में लड़के वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज हुआ।
इनका कहना है
सगाई के बाद बातचीत व मिलने-जुलने से दोनों पक्षों के व्यवहार के बारे में पता चलता है। साथ ही सोशल साइट्स से भी एक-दूसरे के बारे निजता और दोस्तों का ग्रुप के बारे में जान जाते हैं। जिससे शादी से पहले ही रिश्ते टूट जाते हैं।
-रीता तुली, काउंसलर, परिवार परामर्श केंद्र
वर्ष 2019
कुल एफआईआर : 203
दहेज प्रताड़ना के मामले : 188
दुष्कर्म : 8
छेड़छाड़ : 2
मारपीट व गाली-गलौज : 2
अन्य : 3