सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के अवसर पर नर्मदा के घाटों पर लगा भक्तों का सैलाब, नर्मदा पुल पर लगता रहा जाम रेंगते हुए चले वाहन
मकड़ाई समाचार हंडिया। सर्व पितृमोक्ष अमावस्या पर आज, हंडिया में श्रद्धालुओं का लगा जमावड़ा मंगलवार शाम से ही नर्मदा के सभी घाटों पर श्रृद्धालु पहुंचने लगे थे, रातभर भूतों का मेला लगा। नर्मदा घाट पर जगह जगह पड़िहारों ने धाम लगाकर बाहरी बाधा से पीड़ित लोगों का तंत्र-मंत्र से इलाज किया। एवं भजन कीर्तन किए प्रातःकाल सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या पर आज बुधवार को लाखों श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा मैं स्नान कर पितरों का अंतिम तर्पण कर विदाई दी । बाहरी बाधा से पीड़ित लोग पड़िहारों, ओझाओं के साथ मंगलवार शाम को ही हंडिया के घाटों पर पहुंचने लगे रातभर पड़िहारों, ओझाओं का तंत्र-मंत्र चलता रहा। बुधवार अलसुबह श्रद्धालुओं ने नर्मदा स्नान कर रिद्धनाथ महादेव व नर्मदा मंदिर के दर्शन किए। प्रशासन ने सभी प्रमुख घाटों पर सुरक्षा इंतजाम किए थे। ग्राम पंचायत द्वारा लाइटिंग की पर्याप्त व्यवस्था की जाने से श्रृद्धालुओं को दिक्कत नहीं आई। राजस्व प्रशासन ओर पुलिस प्रशासन ने सजगता से अपने कर्मचारियों पटवारियों, आरक्षक ओर नगर सैनिकों गोताखोरों को घाटों पर तैनात किया था। हंडिया तहसीलदार डॉक्टर अर्चना शर्मा एवं हंडिया थाना प्रभारी सहित वरिष्ठ अधिकारी रात भर भ्रमण करते रहे। सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए कुश की अंगूठी धारण कर कुशा द्वारा पितरों के निमित्त जल अर्पित करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसी कारण इसे सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या कहा गया है।
भूतड़ी अमावस्या पर बाहरी बाधाओं से पीड़ित लोगो को ठीक करने की प्रक्रिया के दौरान पडिहारो द्वारा धाम लगाई गई, जो अलग-अलग टोली मे थी। ढोलक, झांझ, मंझिरो की थाप पर झूमते पड़िहार अपने तंत्र मंत्रों से लोगों का इलाज कर रहे थे। जैसे-जैसे अमावस्या की रात गहरी होती गई वैसे वैसे पडिहारो के झूमने की गति भी बड़ती जा रही थी। अंधेरी रात में पड़िहारों का झूमना, चिल्लाना भयानक दृश्य प्रस्तुत कर रहा था ।