सिवनीमालवा : नपा के अधिकारी कर्मचारी अपनी मर्जी के मालिक, नही है समय की कोई कीमत, परेशान होते नागरिक
सुबह 10 बजे से ऑफिस का समय लेकिन 10.50 तक चुनिन्दा कर्मचारी ही पहुंचे
के के यदुवंशी मकड़ाई समाचार सिवनीमालवा। पीएम मोदी और सीएम शिवराज भले ही लोगो को सुविधाए देने की बात करे लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लचरता के कारण आज भी आम आदमी सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर है। सिवनी मालवा नगर पालिका के आलम यह है की यहाँ अधिकारी कर्मचारियों के आने के पहले समय से आकर आम लोग आकर घंटो इनका इंतजार करते रहते है। और नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी दफ्तर में आने के समय 10 बजे तक आने की बजाए अपनी मनमर्जी से आते है। जनप्रतिनिधियों के दावे तो लोगो की सुविधा के रहते है लेकिन जमीन पर इनकी लचरता के कारण आम आदमी आज भी परेशान होने को मजबूर है।
सिवनी मालवा नगर पालिका में भाजपा की परिषद बने हुए लगभग 2 माह बीत चुके है। परन्तु आम आदमी की समस्याएं जस की तस है। ज्यादातर कर्मचारियों की समय से ऑफिस न पहुंचने की आदत अब सबके सामने है। ऑफिस सुबह दस बजे पहुंचना है, मगर अधिकांश कर्मचारी अपनी मन मर्जी से आते और जाते है। नगर पालिका में नई परिषद बनने के बाद से जनता को उम्मीद थी कि रितेश जैन के नगर पालिका अध्यक्ष बनने के बाद से कोई सुधार होगा लेकिन नगर पालिका की व्यवस्था अभी तक लचर बनी हुई है। वही नगर पालिका अध्यक्ष रितेश जैन का कहना है कि अगर कर्मचारी अनुपस्थित है तो सभी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक नगर पालिका के नियमित कर्मचारियों की कुल दर्ज संख्या 28 है जिसमे से 16 कर्मचारी अनुपस्थित थे। वही 28 नियमित वेतन भोगी कर्मचारी है जिसमे 12 कर्मचारी अनुपस्थित थे। नपा की लोकनिर्माण शाखा में 28 कर्मचारी है जिनमे से 15 कर्मचारी अनुपस्थित थे। जिसको लेकर नगर पालिका सीएमओ राकेश मिश्रा का कहना है की मै कलेक्टर की वीसी में था जानकारी मिली है की नगर पालिका स्टाफ के कई लोग अनुपस्थित थे। रजिस्टर की जांच कर सभी को नोटिस जारी किये जा रहे हैं वही जवाब उचित नहीं मिलने पर वेतन रोकने की कार्रवाई की जायेगी।