सिवनीमालवा: हरदा : पुलिस को गुमराह करता रहा बच्चा: बहन के घर जाने के लिए रची झूठी कहानी, 2 घंटे तक गलियों में घूमती रही पुलिस
सिवनीमालवा।शिवपुर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम धामनिया में शुक्रवार सुबह एक 10 वर्षीय बालक बस स्टैंड के पास दिखाई दिया। जिससे ग्रामीणों ने पूछा तो उसने खुद को टिमरनी तहसील के ग्राम आलमपुर का होना बताया। नाबालिक बालक ने बताया की ग्राम आलमपुर से सिवनी मालवा के किसी युवक ने उसे लेकर आया और सिवनी मालवा छोड़ गया। जिस पर ग्रामीण गौरव राजपूत ने पूरे मामले की जानकारी डायल 100 को दी।
ग्राम धामनिया पहुंचे डायल 100 पर पदस्थ आरक्षक नरेन्द्र राजपूत तथा पायलेट नरेन्द्र लौवंशी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नाबालिक को सिवनी मालवा लेकर आये। जिस पर बालक ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया की उसे किसी युवक ने आलमपुर से लाया था और सिवनी मालवा की कंदेली नदी के पास छोड़ गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरक्षक नरेन्द्र राजपूत ने टिमरनी तहसील के थाने सहित आसपास के लोगों को फोटो भेज पता किया तो वहां से पता चला की ऐसा कोई व्यक्ति नहीं रहता है।
बालक करण के बताये अनुसार पुलिस सिवनी मालवा के गोटियापुरा सहित कोलीपुरा में भी जिसने करण को लेकर आया था उसकी तलाश की परन्तु कुछ पता नहीं चला। जब पुलिस बालक को लेकर आलमपुर जाने लगी तभी एक युवक ने जेल रोड के पास बालक को पहचान लिया और बताया की बालक झूट बोल रहा है वो सिवनी मालवा की कुचबंदिया कॉलोनी के पास का ही रहने वाला है।
जब आरक्षक ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया की उसकी बहन का घर आलमपुर में उसे वहां जाना था इसलिए उसने झूट बोल दिया। जिस पर आरक्षक नरेन्द्र राजपूत ने बालक करण परते पिता अनिल परते को उसके परिजनों के सुपुर्द किया।