ब्रेकिंग
रहटगांव : सच में पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते है। कागजों में 11 साल पहले जो मर गया। उसे पुलिस ने जिंद... हंडिया : घरों तथा पांडालों में विराजे गणपति बप्पा,, गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजी धार्मिक न... हरदा न्यूज: 2 अलग-अलग मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एसपी ने किया इनाम घोषित! कलारीपट्टू जिला स्तरीय प्रतियोगिता में डिजिटल स्कूल ने गाड़ा कामयाबी का झंडा। JNVST Admission Form 2025: कक्षा 6 में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि नजदीक, जल्द करें आवेदन Manjhi Ladki Bahin Yojana List 2024: महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 1500 रुपए और मुफ्त 3 एलपीजी सिलिंडर घोर कलयुग : जमीन के टुकड़ों के लालच में भाई ने भाई के साथ की गद्दारी! फर्जी हस्ताक्षर कर बेटे के नाम... Harda: रामभरोस मुंडेल विधायक प्रतिनिधि नियुक्त,समर्थको ने दी बधाई। हरदा:आबकारी विभाग हरदा की अवैध मदिरा के विक्रय के विरुद्ध कार्यवाही में 06 प्रकरण दर्ज  66600 रुपए क... विनेश फोगाट को कांग्रेस ने बनाया अपना उम्मीदवार, पूर्व भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व ...

सुप्रीम कोर्ट ने :बाघी विधायकों से मिलने से किया इन्कार,सुनवाई टली 

बेंगलुरु। फ्लोर टेस्ट को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों से मिलने का मना कर दिया। कोर्ट न कहा कि विधायकों से मिलना उचित नहीं होगा। कोर्ट  ने रजिस्ट्रार जनरल को भी बागी विधायकों से मिलने के लिए अनुमति देने से इन्कार कर दिया। मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को सुबह 10.30 बजे होगी।  इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में फ्लोर टेस्ट को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान कांग्रेस के 22 बागी विधायकों की ओर से वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि बागी विधायक किसी कांग्रेसी नेता से नहीं मिलना चाहते। उन्हें इसे लेकर बाध्य करने के लिए कोई कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि बागी विधायक संविधान के तहत हर सजा भुगतने के लिए तैयार हैं, लेकिन वे किसी कांग्रेसी नेता से नहीं मिलना चाहते। उन्होने कहा कि विचारधारा के कारण इस्तीफा दे दिया गया, कोर्ट उसकी पेचीदगियों में नहीं जा सकता, स्पीकर इस्तीफे पर अनिश्चित काल के लिए नहीं टाल सकते।

- Install Android App -

दिग्विजय सिंह ने बागी विधायकों से मिलने के लिए दायर की याचिका:-इसी  बीच दिग्विजय सिंह ने कर्नाटक हाईकोर्ट में मध्य प्रदेश के बागी विधायकों से मिलने के लिए याचिका दायर की है। साथ ही उन्होंने कहा कि भूख-हड़ताल को खत्म करने का फैसला तबतक नहीं लेंगे जबतक सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का कोई फैसला नहीं आ जाता। बता दें कि दिग्विजय आज ही सुबह बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु पहुंचे। यहां विधायकों से मुलाकात  की अनुमित न मिलने पर वे धरने पर बैठ गए। इसके बाद हिरासत में लिए जाने के बाद वे पुलिस स्टेशन में भूख-हड़ताल पर बैठ गए। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।