के के यदुवंशी
सिवनी मालवा।दीपों का महापर्व दीपावली हिन्दू धर्म का बड़ा त्यौहार मनाया जाता है परन्तु इस वर्ष दीपावली पर सूर्यग्रहण का भी साया है जिसको लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है की आखिर दीपवाली का त्यौहार कब मनाया जाएगा। जिसको लेकर सिवनी मालवा नगर के कई अलग अलग ज्योतिषाचार्य से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया की हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
इस साल अमावस्या 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर दोनों दिन है। लेकिन 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है, ऐसे में 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में दीपावली का त्योहार मनाया जायेगा। इस दिन निश्चित काल में अमावस्या रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को ही दिवाली का त्योहार सर्वमान्य है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस साल दिवाली पर कुछ ऐसा संयोग बन रहा है कि नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली भी इसी दिन है। 23 अक्टूबर, रविवार को त्रयोदशी तिथि शाम 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी। 24 अक्टूबर सोमवार को शाम 04 बजकर 52 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी और अमावस्या तिथि आरंभ होगी। 25 अक्टूबर को सुबह 04 बजकर 44 मिनट पर सूर्य ग्रहण के सूतक लग जायेंगे।
25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण लगेगा-
ज्योतिषाचार्य हेमन्त दुबे के अनुसार, 24 october को शाम 4 बजकर 52 मिनट से अमावस्या लग जायेगी अमावस्या में ही महालक्ष्मी का पूजन किया जाता है 25 को ग्रहण लगेगा। सुबह 4 बजकर 44 मिनट पर सूर्या ग्रहण के सूतक लग जायेंगे। शाम 4 बजकर 44 मिनट पर ग्रहण लगेगा और 5 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगा। 26 को गोवर्धन पूजन किया जाएगा एवं 27 को भाई दूज मनाई जायेगी