ब्रेकिंग
हरदा: नदियों के उदगमों को संरक्षित करें, इनमें होती है भरपूर ऊर्जा: मंत्री प्रहलाद पटेल हरदा: खनिज के अवैध परिवहन में शामिल 3 डम्पर जप्त राणापुर जनपद पंचायत के नवीन सीईओ होंगे बलवान सिंह मवासे पंचायतों में जल संरक्षण एवं पौधारोपण के कार्य कराएं पंच सरपंच!  सरपंच पंचायत की आय बढ़ाएं और गांव म... Handia news : ईद उल अजहा : हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद, गले मिलकर दी बधाई! जलोदा: म.प्र.जन अभियान परिषद टिमरनी द्वारा मनाया गया ग्राम जलोदा मे बाबडी उत्सव, राजा जालंधर के द्वा... हरदा: उन्नत नस्ल दुधारू गाय हेतु पुरस्कार योजना के तहत पुरस्कार वितरण आज Aaj ka rashifal: आज दिनांक 7 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे हंडिया : खनिज के अवैध उत्खनन के मामले में 44.82 लाख रुपए का अर्थ दंड लगाने के आदेश जारी हरदा कलेक्टर श्री जैन ने की बड़ी कार्यवाही: खनिज के अवैध उत्खनन के मामले में 18.67 करोड़ रुपए का अर...

सूर्य 25 मई को रोहिणी नक्षत्र में करेंगे प्रवेश,नौतपा का होगा आगाज

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 मौसम। हर साल ज्येष्ठ महीने में ग्रीष्म ऋतु के साथ नौतपा की शुरुआत होती है। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक जब सूर्य देव चंद्रमा के नक्षत्र यानी रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तब नौतपा की शुरुआत होती है। मई से नौतपा लगने से रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दर्ज की जा सकती है।

9 दिनों में लू चलती है, आंधी और तूफान का अंदेशा

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सूर्य 15 दिन के लिए रोहिणी नक्षत्र में गोचर करने जा रहे हैं। इन्हीं 15 दिनों के पहले के 9 दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। जिसे नौतपा कहा जाता है  जिसमें भीषण गर्मी पड़ती है। सूर्य 25 मई 2023 को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 8 जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। गर्मी के 9 दिनों में लू चलती है, आंधी और तूफान का अंदेशा बढ़ जाता है। ऐसे में किसी भी तरह के शुभ काम को करने की मनाही होती है और ठंडी चीजों को दान करने का विशेष महत्‍व होता है।

- Install Android App -

क्या है धार्मिक महत्व

नौतपा में गर्मी पड़न का कारण

वैज्ञानिक मान्यता के अनुसार, जब सूर्य की किरण पृथ्वी पर पढ़ती हैं। वातावरण गर्म हो जाता है। इससे आंधी और तूफान की स्थिति बन जाती है। वैज्ञानिक रूप से इस दौरान सूर्य की स्थिति बदलने के चलते मई के आखिर और जून के पहले हफ्ते में सूर्य मध्य भारत के ऊपर आ जाता है और सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं। इसके कारण इस समय में बुरी तरह से झुलसाने वाली गर्मी पड़ती है।