हरदा : लाड़ली बहना योजना के तहत 30 अप्रैल तक ऑनलाइन पंजीयन किया जाना है। अधिकारी प्रयास करें कि सभी पात्र महिलाओं का पंजीयन इस माह के अंत तक हो जाए। यह निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित सिसोनिया सोमवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित अधिकारियों की बैठक में दिये। बैठक में अपर कलेक्टर श्री डी.के. सिंह, एसडीएम हरदा श्री महेश बमनहा सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होने लाड़ली बहना योजना के पंजीयन के लिये बनाये गये सभी प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र के ग्रामों का दौरा कर सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र महिला लाड़ली बहना योजना में पंजीयन से छूट न जाए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिसोनिया ने बैठक में निर्देश दिये कि हरदा जिले को लाड़ली बहना योजना के तहत 80 हजार महिलाओं के पंजीयन का लक्ष्य शासन से मिला है। उन्होने कहा कि लगभग 74 हजार से अधिक महिलाओं का पंजीयन हो चुका है। सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनिश्चित करें कि अगले एक सप्ताह में शेष रही सभी पात्र महिलाओं का पंजीयन हो जाए।
सीएम हेल्पलाइन की कोई भी शिकायत ‘‘नॉट अटेन्ड’’ न रहे
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिसोनिया ने बैठक में सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण की विस्तार से समीक्षा भी की। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक शिकायत के आवेदक से फोन पर चर्चा करें और संतुष्टिपूर्ण तरीके से शिकायत का निराकरण कर पोर्टल पर की गई कार्यवाही दर्ज कराएं। उन्होने कहा कि कोई भी शिकायत ‘‘नॉट अटेन्ड’’ न रहे। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि ‘‘समाधान एक दिवस’’ कार्यक्रम के तहत शामिल सेवाएं आवेदकों को एक दिन की समय सीमा में ही उपलब्ध कराई जाएं।
नये महिला स्वसहायता समूह गठित करें व निष्क्रिय समूहों को सक्रिय करें | सीईओ श्री सिसोनिया ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री संजय त्रिपाठी को निर्देश दिये कि लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं की माताओं के स्वसहायता समूह गठित करवायें। उन्होने रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत महिला मजदूरों के स्वसहायता समूह बनाने के लिये भी ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबन्धक को निर्देश दिये। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अधिकाधिक महिलाओं को स्वसहायता समूह की गतिविधियों से जोड़ना है। सीईओ श्री सिसोनिया ने निर्देश दिये कि जो समूह निष्क्रिय स्थिति में है, उन्हें भी पुनर्जीवित कर सक्रिय बनाया जाए और आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा जाए। उन्होने प्रधानमंत्री आवास योजना की महिला हितग्राहियों के स्वसहायता समूह गठित कर उन्हें भी आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश एनआरएलएम के जिला प्रबन्धक को दिये।