हरदा विधायक दोगने का आरोप पूर्व मंत्री कमल पटेल व्यक्तिगत कार्यों में सरकारी मशीनरी का कर रहे दुरुपयोग
हरदा हरदा विधायक डॉ. रामकिशोर दोगने द्वारा प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं हरदा कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर पूर्व मंत्री कमल पटेल के व्यक्तिगत आयोजन में शासकीय मशीनरी के दुरुपयोग किए जाने की शिकायत की।
हरदा विधायक डॉ. दोगने द्वारा बताया गया कि हरदा जिले में पूर्व मंत्री कमल पटेल द्वारा कमल युवा खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जो कि उनका निजि/ व्यक्तिगत आयोजन है। उक्त खेल आयोजन हेतु जिला खेल अधिकारी, खेल और युवा कल्याण विभाग जिला हरदा द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए शासकीय पत्र जारी कर उक्त आयोजन का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है व पद में छोटे अधिकारी/कर्मचारीयों को आदेशित कर उक्त आयोजन में लगाया जा रहा है। जो कि अनुचित है। इसे स्पष्ट होता है कि हरदा जिले के प्रशासनिक अधिकारी पूर्व मंत्री कमल पटेल के दबाव में कार्य कर रहे है। मेरा जिले के समस्त शासकीय अधिकारी कर्मचारियों से अनुरोध है कि वह निर्भय एवं बिना किसी के दबाव के निष्पक्ष होकर अपना कार्य करे। मैं हरदा कलेक्टर से मांग करता हूं कि वह उक्त प्रकरण को अपने संज्ञान में लेकर तत्काल उचित कार्यवाही करते हुए पूर्व मंत्री के व्यक्तिगत/निजि आयोजन में जो हो रहे शासकीय मशीनरी के दुरूपयोग को रोकने का कष्ट करे।
पूर्व मंत्री पर लगाए आरोप पर पलटवार करते आयोजक समिति से जुड़े अशोक गुर्जर बोले,,,
दुर्भाग्य है जिले का की इस प्रकार की घिनौनी राजनीति कांग्रेस विधायक अब करेंगे, शासकीय कार्यक्रम और निजी कार्यक्रम में अंतर बताने हेतु अब भाजपा कार्यकर्ताओं को उन्हें लोक प्रशासन पढ़ाने की आवश्यकता महसूस होगी, पढ़े-लिखे होना और पढ़ाई को जीवन में अपनाना दोनों में जमीन आसमान का अंतर है कांग्रेस विधायक कांग्रेस पार्टी की पूर्व की रीति नीति की आत्मग्लानी से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ता अब ऐसा होने नहीं देंगे जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब भी वह कृषक जागृति व्यापार मेले में इसी प्रकार के हथकंडे अपनाते थे।
लेकिन वह सफल नहीं हो पाए जबकि कांग्रेस की सरकार राज्य में थी और जिले में हम कार्यक्रम करते थे।
तब भी कांग्रेस नेता चिट्ठी पत्री लिखा करते थे अब इन्हें वह दिन याद दिलाने की आवश्यकता है ।या याद है लोकहित में जितने भी कार्यक्रम हैं। शासन को और प्रशासन को पता है कि क्या करना है और क्या नहीं ।अशोक गुर्जर