दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक पिता ने अपनी ही 12 साल की मासूम बेटी की बलि चढ़ा दी। बेटी की निर्शंस हत्या के बाद हैवान पिता ने अपनी बेटी के शव को दफना दिया, लेकिन घर में गिरे खून के धब्बों ने राज खोल दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी की तीन बेटियां हैं। आरोपी को बेटियां पसंद नहीं है इसलिए उसने अपनी एक बेटी को मार डाला।
पूरा मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले का है। कुष्मारी पंचायत के फलौरिया टोला में एक बाप ने अपनी बेटी को अंधविश्वास में बलि दे दी। इस घटना का पता तब चला, जब घर से बच्ची के गायब होने के खबर फैली। आसपास की बस्तियों और टोलों में भी यह बात फैली। इसके बाद गांव के बाहर एक शव जलाए जाने की खबर मिली। इसके बाद गांव के लोगों ने बताया कि गांव का इंदल महतो झाड़फूंक करने वालों और तांत्रिकों के चक्कर में रहता है। लापता बेटी उसी की है, इसलिए उस पर ही शक है। इंदल महतो ने अपनी अंधी मान्यता को पूरा करने के लिए अपनी मासूम बेटी के ही बलि चढ़ा दी। बलि चढ़ाने के बाद पिता ने शमशान घाट में ले जाकर अपनी पुत्री को मिट्टी के नीचे गाड़ दिया।
जब ग्रामीणों को इस बात का संदेह हुआ तो वे खुदाई करने लगे। वहां से बच्ची का शव बरामद हुआ। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने महतो को शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पेशे से मजदूर इंदल महतो तंत्र सिद्धि के लिए देवी को प्रसन्न करना चाहता था। उसका मानना था कि बलि देने से देवी प्रसन्न होंगी और उसे विशेष शक्ति का लाभ होगा। अपनी इसी लालसा को पूरा करने के लिए आरोपी ने मासूम बेटी की बलि दे दी। आरोपी इंदल की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसके पति को बेटियां पसंद नहीं थी। वह अक्सर उनके शादी-ब्याह को लेकर परेशान रहता था।