ब्रेकिंग
हंडिया: हंडिया में अदा हुई ईद की नमाज के लिए सजदे में झुके सैकड़ों सिर, देश में अमन चैन की दुआओं के ... करोड़ों जन्मों के बाद देवी भागवत सुनने का अवसर मिलता है- डॉ.कौशलेन्द्र कृष्ण शास्त्री गण गौर पर्व हमारी संस्कृति परम्पराओ का परिचायक गण गौर शिव शक्ति की आराधना का पर्व पत्नि प्रेमी के साथ भागी : गुस्से में सिरफिरे पति ने प्रेमी के मकान पर चलाया बुलडोजर : बुलडोजर चलान... हरदा कलेक्टर के आदेश के बावजूद जारी है नरवाई जलाने की घटनाएं, प्रशासन की लापरवाही से जनता परेशान MP Board 10th 12th Result 2025: खुशखबरी! कब आएगा रिजल्ट? यहां देखें सबसे आसान तरीका इंदौर: मालवा मिल और पाटनीपुरा के बीच 3 माह रहेगी रोड बंद: 100 साल पुराने पुल को तोड़ 6 करोड़ की लागत ... मौसम ने बदली करवट मप्र मे गिरा तापमान कई जिलो में बारिश का आसार उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने ‘विक्रमोत्सव’ कार्यक्रम के तहत ब्रह्म ध्वज स्थापित किया उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने हरदा में कैथ लैब का किया शुभारंभ

बालाघाट में 8 घंटे से हो रही वर्षा से नदी-नाले उफान पर

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 बालाघाट । मध्य प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को रुक-रुककर हुई तेज वर्षा का सिलसिला रविवार को अनवरत जारी है। बालाघाट में शनिवार-रविवार रात दो बजे से मध्यम से तेज वर्षा हो रही है, जो अब भी जारी है। बालाघाट जिले में पिछले आठ घंटे से हो रही वर्षा से जिले में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। लिंगा-हट्टा मार्ग में लिंगा के पुलिया में जल स्तर बढ़ने से दोनों छोर पर आवाजाही रुक गई है। पानी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जो लिंगा के रहवासी क्षेत्र को अपने दायरे में ले रहा है।

दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क टूटा –  पुलिया के ऊपर से पानी के तेज बहाव के चलते दो दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। जिला मुख्यालय में नगरीय क्षेत्र के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। हनुमान चौक सहित शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। हनुमान चौक से आजाद चौक तक चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।वार्ड क्रमांक- 3,4,10,2 की गली व सडकों पर पानी भर गया है।

- Install Android App -

2 दर्जन  गांवो में भरायेगा डैम का पानी

आज रविवार शाम सिवनी स्थित संजय सरोवर (भीमगढ़) बांध के पांच गेट 0.5 मीटर खोले जाएंगे। इससे बालाघाट में वैनगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने की संभावना है। नदी का जलस्तर बढ़ने से बालाघाट के एक सैकड़ा से अधिक वो गांव संकट में आ सकते हैं, जो वैनगंगा नदी के किनारे बसे हैं। लांजी, बैहर सहित अन्य क्षेत्रों में भी कई इलाकों में जलभराव की सूचना है। जिला प्रशासन ने ऐसे इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।