ब्रेकिंग
हरदा भाजपा :- जिला कार्यालय कमल कुंज में रंगोली प्रतियोगिता हुई संपन्न  सिवनी मालवा: सोशल मीडिया पर अप शब्दों की पोस्ट डाली, पार्षद ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत कर कार्... हरदा: पुलिस कर्मचारी से धक्का-मुक्की मारपीट करने वाला आरोपी अज्जू खान पिता यूनुस गिरफ्तार, न्यायालय ... हरदा: नगरपालिका बीएलओ लोहाना ने कहे जातिसूचक अपशब्द, 1000 रुपये की मांग, कलेक्टर एसपी से की लिखित शि... सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हंडिया में मीडिया वर्क शॉप का आयोजन हुआ संपन्न ! अधिकारी बोले शासन की स्... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 28 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे। हंडिया : वट सावित्री अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने किया नर्मदा स्नान ! हरदा जिले की बैल जोड़ियां ने चारों इनाम देवास जिले की प्रतियोगिता से जीते नपा हरदा द्वारा नागरिकों की प्रतिष्ठा से खिलवाड़: 'रेड सर्कल' और दीवारों पर बकाया लिखने की अमानवीय क... नर्मदापुरम से सिवनी-मालवा, टिमरनी, हरदा व हरसूद होते हुए खंण्डवा तक कराया जावे फोर-लेन सड़क मार्ग निर...

” इन्हें जितने जूते मारें उतने कम हैं ” – सेम पित्रोदा के बयान पर लक्ष्मण सिंह ने की टिप्पणी

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 गुना। कांग्रेस नेताओं द्वारा विवादित बयान इस समय पूरे देश की सियासत में हलचल मचाए हुए है। जिसमे सैम पि़त्रोदा नंबर वन पर चल रहे हैं जिनकी रंगभेद और नस्लवाद को की गई टिप्पणी से कांग्रेस की किरकिरी हो रही है।

लक्ष्मण सिंह ने की सख्त टिप्पणी

उनके विवादित बयान पर प्रतिक्रिया पूर्व मंत्री दिग्विजय सिंह छोटे भाई चांचौड़ा के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि इन्हें जितने जूते मारें उतने कम हैं। उन्होने यह टिप्पणी एक्स पर लिखी और कहा कि सैम पित्रोदा का बयान अत्यंत शर्मनाक है।

- Install Android App -

सेम पित्रोदा का बयान और उसका विरोध
सेम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू मे कहा – पूर्वी भारत के लोग चायनीज और दक्षिण भारत वाले अफ्रीकन दिखते हैं। उनके इस बयान के बाद तो देश की सियासत में सेम का विरोध होने लगा आखिर में उन्हे अपनेपद से इस्तीफा भी देना पड़ा था।इधर सैम पित्रोदा का बयान सामने आते ही कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया था।

उड़िसा सीएम ने सरमा ने जताया था विरोध

कुछ नेता भी इसे गलत ही बता रहे थें सेम की टिप्पणी का विरोध हेमंता विस्वा सरमा ने भी सख्त विरोध किया था। हमारा देश विभिन्न भाषाओ वेशभूषा जाति धर्म को लेकर सजा हुआ है पर इसको लेकर हम विभिन्नता में भी एकता में बंधे हुए है। हम हमारे देश मेें रहने वाले लोगो से भेदभाव नही कर सकते है।