5 दिन से जेल में बन्द आनंद जाट के पिता ने ली प्रेस कांफ्रेंस – आप’ नेता के जेलबन्द के विरोध में मैदान में उतरी कांग्रेस, पूर्व विधायक ने कॄषिमंत्री पर सत्ता दुरुपयोग का जड़ा आरोप
हरदा। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष आनंद जाट के पिता द्वारा मानसरोवर होटल में प्रेस वार्ता आयोजित की जिसमें उन्होंने अपने पुत्र की गिरफ्तारी के बारे में बताया ।
उन्होंने कहा मेरे पुत्र आनंद जाट ने फेसबुक के जरिए एक पोस्ट पर हरदा विधायक एवं प्रदेश के मंत्री कमल पटेल के ऊपर एक कमेंट किया था की हरदा खिरकियां रोड पर गड्ढे बहुत हो गए हैं उसी को लेकर उसके ऊपर 151 की धारा लगाकर उसे बंद करवा दिया गया मेरे पुत्र की जमानत के लिए 5 दिन से लगातार एसडीएम के चक्कर काट रहा हूं सुबह 9:00 बजे से शाम तक मैं तहसील कार्यालय में एसडीएम के पास जमानत के लिए जाता हूं पर मेरी बात को एसडीएम नहीं सुनती है और गोल मटोल जवाब देती है ।
आनंद जाट को एक शिकायत पर थाना सिविल ने धारा 151 के तहत एसडीएम के पास पेश किया और एसडीएम के आदेश पर उसे जेल भेज दिया|जिसको आज 5 दिन हो गए हैं अभी तक एसडीएम द्वारा अभी तक उन्हें जमानत नहीं दी जबकि नियम के हिसाब से धारा 151 के तहत एसडीएम को या तो तुरंत जमानत देनी चाहिए अगर एसडीएम जमानत नहीं देता है तो जेल भेज दिया जाता है तो 24 घंटे में जमानत हो जानी चाहिए आनंद जाट के पिता ने यहां आरोप लगाया है कि एसडीएम राजनीति दबाव में आकर जमानत नहीं दे रही है
जेल में मेरे पुत्र को प्रताड़ित किया जा रहा पिता –
आनंद जाट से जब जेल में मिलने गए उनके परिजन तो आनंद जाट ने उन्हें बताया कि मुझे जेल में धमकियां मिल रही है और मेरी जान को खतरा है । आनंद जाट के पिता ने कहा कि अगर मेरे पुत्र को जेल में अगर कुछ होता है तो उसके जबाबदार प्रशासन स्वयं रहेगा।
पूर्व विधायक आर के दोगने ने कहा –
इधर पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने ने कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री जी सत्ता का दुरुपयोग कर लोगों को परेशान कर रहे है|आनंद जाट जो की एक जागरूक युवक है। खिरकिया हरदा रोड पर गड्ढों की समस्या को लेकर कमेंट किया था जिसको देखते हुए कृषि मंत्री घबरा गए हैं उन्होंने उसको जेल में बंद कराया है । दोगने ने कहा की हरदा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ की धारा 151 में जमानत नही दी जा रही स्वतंत्र देश में सब को बोलने का अधिकार है और उसने बोला है और एक राजनीतिक पार्टी का कार्यकर्ता है
क्या कहना इनका –
मीडिया को अनुविभागीय अधिकारी हरदा श्रुति अग्रवाल ने बताया कि यह एक न्यायालयीन प्रक्रिया है , उस हिसाब से हर पहलू की जांच कर आगे कार्रवाई की जावेगी।