ब्रेकिंग
सिंधिया से शिकायत का महंगा अंजाम: पार्षद के भाई को पीटा हंडिया : अच्छी बारिश की कामना के साथ आषाढ़ मास की हलहारिणी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई मा... 14 वर्षीय नाबालिग से दुष्कर्म: आरोपी ने मारपीट कर नाबालिग बालिका को नहर किनारे छोड़ा, आरोपी हिरासत म... मोदी सरकार जनता को गुमराह कर रही है मोदी सरकार : मोहन बिश्नोई  आंगनवाड़ी केन्द्रों में विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न संविधान हत्या दिवस’ के अवसर पर कार्यक्रम सम्पन्न राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में :3 आरोपियो से होगी आमने सामने पूछताछ मरहूम लियाकत भाई मंसूरी की याद में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, सैकड़ों मरीजों ने लिया लाभ अभा साहित्य परिषद के अधिवेशन में शामिल हुए जिले के साहित्यकार 9 बच्चों की मां ने प्रेमी से मिलकर पति की कर दी हत्या

13 अस्पतालों की एनओसी अवधि खत्म, फिर भी मौन बैठे रहे जिम्मेदार

मकड़ाई समाचार जबलपुर। शहर में हाल के वर्षों में ऊंची इमारतों ने आकार तो ले लिया, लेकिन अधिकतर अस्पताल, व्यावसायिक काम्पलेक्स में मध्यप्रदेश भूमि विकास नियम एवं बिल्डिंग कोड (एनबीसी) के तय मापदंड के अनुरूप जरूरी इंतजाम नहीं हैं। अधिकतर होटल, अस्पताल, व्यावयायिक व निजी काम्पलेक्स सहित अन्य इमारतों में आग लगने पर बचाव के लिए सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं। शहर में करीब 20 से 25 फीसद भवनों में ही तय मानकों के तहत आग से बचाव के प्रबंध किए गए हैं। जबकि 65 फीसद नगर निगम से अनंतिम अनापत्ति प्रमाण पत्र (प्रोविजन एनओसी) लेकर काम चला रहे हैं, जबकि शेष भवनों में कोई इंतजाम नहीं है।

63 अस्पतालों को नोटिस

सुरक्षा के लिहाज से नगर निगम ने जनवरी 2021 में 15 मीटर से ऊंची सभी इमारतों के प्रबंधकों को फायर आडिट कराते हुए अनापत्ति लेना अनिवार्य किया था। इसमें होटल, अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, अपार्टमेंट, कमर्शियल काम्पलेक्स शामिल हैं। इस दौरान 63 निजी अस्पतालों को भी मानक पूरे न करने पर नोटिस जारी किए गए थे। नोटिस के बाद 55 अस्पतालों ने तय मानक पूरे करने का दावा करते हुए नगर निगम से अनंतिम एनओसी ले ली, लेकिन सालभर बाद भी मानक पूरे नहीं किए। इनमें से 13 अस्पतालों को दी गई समय सीमा भी समाप्त हो चुकी है, लेकिन नगर निगम के अग्निशमन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली। ये इसी का परिणाम है कि जब इस तरह के अग्नि हादसे होते तो उस पर काबू कर पाना मुश्किल हो जाता है।

शहर में हो चुके बड़े अग्नि हादसे

1- 20 सितंबर 2020 को मालवीय चौक जैसे व्यस्ततम बाजार क्षेत्र में एक जूते की दुकान में आग लग गई थी।

2- 5 सितंबर 2021 को मदनमहल महानद्दा में एक लकड़ी के टाल में भयंकर आग लग गई थी।

3- 6 अगस्त 2021 को बिलहरी पिंक सिटी में आग लगने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी।

17 लाख की आबादी के लिए दमकल के इंतजाम नाकाफी

– 13 दमकल वाहन नगर निगम के अग्निशमन विभाग के बेड़े में हैं

– 2 मिनी वाटर बाउचर है फोम टेंडर है

– 1 वाटर बाउजर विथ बूम दमकल वाहन छह मंजिला आग बुझाई जा सकती है

- Install Android App -

– 1 दमकल वाहन सब स्टेशन अंर्तराष्ट्रीय बस टर्मिनल में खड़ा रहता है

– 1 वाहन सब स्टेशन रिछाई में खड़ा किया गया

– 1 दमकल वाहन हाई कोर्ट में लगाया गया है

– 2 टैंकर 12 हजार लीटर क्षमता के हैं

– 10 टैंकर छह हजार लीटर पानी क्षमता के हैं

– 1 फायर सेफ्टी बाइक

ये है अग्निशमन विभाग के मानव संसाधन

– 60 मैदानी दमकल कर्मी

– 34 अग्निशमन शाखा में पदस्थ

– 72 आउट सोर्स कर्मचारी

13 अस्पतालों की फायर एनओसी एक्सपायर

शहर में करीब 25 फीसद होटल, अस्पताल व व्यावसायिक संस्थानों ने तय मानकों पूरी किए हैं। जबकि 65 फीसद प्रोविजनल एनओसी लेकर सुरक्षा के समुचित उपाय कर रहे हैं। इसमें 13 अस्पतालों की एनओसी एक्सपायर हो चुकी है। अब नए सिरे से जांच कर इनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। –कुशाग्र ठाकुर, अधीक्षक दमकल विभाग, नगर निगम