Target Killing : जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का एक और मामला सामने आया है। यहां के बांदीपोरा में आतंकियों ने बिहार के एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 19 वर्षीय मोहम्मद अमरेज के रूप में की गई है जो मधेपुरा का रहने वाला था। बता दें, आतंकियों ने घाटी में दहशत फैलाने के लिए टारगेट किलिंग का रास्ता अपनाया है। इसके तहत बाहरी प्रदेश के लोगों की हत्या की जा रही है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जांच जारी है। शव बांदीपोरा से मधेपुरा लाया जा रहा है जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अमरेज के भाई ने बताया, लगभग 12.20 बजे मेरे भाई ने मुझे जगाया और कहा कि फायरिंग शुरू हो गई है। फिर वह मुझे अपने आसपास नहीं मिला, हमें लगा कि वह टॉयलेट गया है। हम देखने गए, तो उसे खून से लथपथ पाया। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों से संपर्क किया। उसे अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी मृत्यु हो गई।
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की हालिया घटनाएं
इस साल जनवरी से जून तक कश्मीर घाटी में पुलिस अधिकारियों, शिक्षकों और सरपंचों समेत कम से कम 16 लोगों को टारगेट किलिंग (Target Killing) के जरिए मारा जा चुका है।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने हिंदू शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी। कुलगाम जिले के गोपालपुरा में रजनी बाला (36) पर आतंकवादियों ने गोली चलाई। रजनी बाला एक प्रवासी कश्मीरी पंडित थीं.
मई में कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गईं। ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी गई। 12 मई को कश्मीरी पंडित राहुल भट की बडगाम स्थित उसके ऑफिस में जाकर हत्या कर दी गई।
अगले दिन 13 मई को ऑफ ड्यूटी पुलिसकर्मी रियाज अहमद की उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। 17 मई को बारामूला में रणजीत की हत्या हुई तो 24 मई को पुलिसकर्मी सैफुल्ला कादरी की उसके घर के बाहर ही हत्या कर दी गई। इस घटना के अगले ही दिन 25 मई को टीवी कलाकार अमरीन भट की बडगाम की हत्या कर दी गई।