मिशनरी हायर सेकेंडरी स्कूल में नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण मामले में प्राचार्य गिरफ्तार,पादरी, शिक्षक और वार्डन हो गए फरार
आदिवासी अंचल में ईसाई मिशनरी स्कूल में भोली भाली मासूम आदिवासी बालिकाओ के साथ अश्लील हरकतो की शिकायतें बाल संरक्षण आयोग को मिल रही थी जिस पर एक टीम द्वारा जब स्कूल में निरीक्षण किया तो पाया कि शिकायते सच्चाई के बेहद करीब है। स्कूल की मासूम बालिकाओ के साथ हरकते होती है।छात्राओं का आरोप है कि पादरी सहित अन्य उनका यौन शोषण करने के साथ मारपीट भी करते है||टीम ने शिकायत महिला थाने में की |
मकड़ाई समाचार डिंडोरी | जिले के जुनवानी गांव में स्थित मिशनरी हायर सेकेंडरी स्कूल में नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण का मामला सामने आया है। यौन शोषण करने वालों में स्कूल के पादरी, प्राचार्य, एक शिक्षक और वहां की वार्डन का नाम सामने आया है। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर जब बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों की टीम जांच करने पहुंची तो यह राज खुला। चारों आरोपितों के विरुद्ध पुलिस ने यौन शोषण, छेड़छाड़ और पास्को एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपित प्राचार्य नान सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई और पूछताछ के दौरान पादरी, शिक्षक और वार्डन चकमा देकर फरार हो गए।
स्कूल में छात्राओं से यौन शोषण, मारपीट
जुनवानी गांव समनापुर थाना अंतर्गत मंडला जिले की सीमा के पास स्थित है। यहीं जेडीईएस मिशनरी हायर सेकेंडरी स्कूल में संदिग्ध गतिविधियां होने की सूचना पर मप्र बाल संरक्षण आयोग के सदस्य अनुराग पांडे और ओमकार सिंह शुक्रवार को पुलिस टीम के साथ जांच करने पहुंचे। पूछताछ के दौरान नाबालिग छात्राओं ने जो जानकारी दी, उससे अधिकारी भी दंग रह गए। छात्राओं के आरोप सुनकर मौके से पादरी और दो अन्य फरार हो गए। छात्राओं का आरोप है कि पादरी सहित अन्य उनका यौन शोषण करने के साथ मारपीट भी करते हैं। शुक्रवार की शाम ही आठ नाबालिग छात्राओं को जिला मुख्यालय के वन स्टाप सेंटर लाकर रखा गया। शनिवार को सुबह से ही महिला थाना में बयान दर्ज कराने का दौर चला। देर शाम पुलिस ने चार आरोपितों पर मामला दर्ज किया है।
प्रार्थना के दौरान भी करते थे अश्लील हरकतें
बताया गया कि पादरी सहित अन्य प्रार्थना के दौरान भी छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करते थे। महिला थाने में प्रारंभिक जांच के बाद आरोपित पादरी सनी फादर, छात्रावास वार्डन सविता, शिक्षक खेमचंद और प्राचार्य नान सिंह यादव के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित छात्राओं के बयान न्यायाधीश के समक्ष भी दर्ज कराए जा रहे हैं। बताया गया कि पीड़ित छात्राएं स्कूल परिसर में ही स्थित छात्रावास में रहती थीं। स्कूल में छह सौ से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। ग्रामीण अंचल और दो जिलों की सीमा के पास संचालित मिशनरी स्कूल की जांच करने कोई अधिकारी नहीं पहुंचता था। विधायक डिंडौरी ओमकार मरकाम भी महिला थाना पहुंचे। मौके पर कई विभागों के अधिकारियों सहित बाल सरंक्षण आयोग के स्थानीय सदस्य भी मौजूद रहे।