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बरसात नहीं होने से सोयाबीन की फसल हुई बर्बाद, किसानों ने जिला सूखाग्रस्त घोषित करने की की मांग दिया जाए उचित मुआवजा

बारिश न होने से सोयाबीन की फसल को खतरा, झडऩे लगी फलियां

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गणेश भावसार खंडवा अल्पवर्षा के कारण संपूर्ण जिले में फसलें चौपट हो गई । बची हुई फसल बारिश होने के कारण चौपट हो गईं। मामले को लेकर लगातार किसानों ने आंदोलन किया जा रहा हैऔर जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। जिसके चलते मंगलवार जनसुनवाई के दौरान आज बड़गांव माली के किसान अपनी फसलों को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने विरोध पर स्वरूप नारे भी लगाए और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से अपील की की किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए और जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए
पिछले कुछ दिनों से बारिश न होने के कारण सोयाबीन की फसल को खतरा बढ़ गया है। फसल की फलियां सूखकर गिरने लगी हैं और इल्ली का प्रकोप भी बढऩे लगा है। यदि कुछ दिन और बारिश नहीं हुई तो किसानों को सिंचाई शुरू करनी पड़ेगी।
सोयाबीन की फसल को अभी पानी की जरूरत है, क्योंकि अधिकांश फसल में फलियां आ चुकी है। पानी न गिरने से फलियां सूख रहीं हैं और इसका दाना भी छोटा रह जाएगा। किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं कि बारिश कब होगी। सोयाबीन की फसल पकने तक अभी कुछ-कुछ दिनों के अंतराल से बारिश की जरूरत है। पहले तेज बारिश के कारण फूल झडऩे से फलियां सोयाबीन कम ही आई हैं। किसने की मांगे की जिला प्रशासन हमारी मांगों को पूरा करें नहीं तो आगामी दिनों में आंदोलन किया जाएगा पूरे जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए।