ब्रेकिंग
टिमरनी: सीनियर स्टेट चैंपियनशिप खेलने के लिए टीम जबलपुर रवाना ! हरदा: सोयाबीन : कैसे बिकेगी समर्थन मूल्य पर सोयाबीन, किसान परेशान, न खरीदी हुई शुरू और नहीं स्लॉट हो... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 22 नवंबर 2024 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे बानापुरा में बाबा खाटू श्याम के भजनों पर झूमे श्रद्धालु , हजारों श्याम प्रेमियों को बाबा का श्याम क... हरदा: स्वरोजगार योजनाओं में लक्ष्य अनुसार प्रकरण स्वीकृत कराएं   कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में दिए न... खिरकिया: सर्व सेन समाज के ब्लॉक अध्यक्ष राजेश वर्मा नियुक्त  हरदा: प्रायवेट डॉक्टर्स को जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा खेती किसानी: महाविद्यालय में निर्मित जैविक केंचुआ खाद का निरामया ब्रांड नाम से लॉन्च हरदा नगर पालिका: भ्रष्टाचार का अड्डा, ईओडब्ल्यू तक पहुंचा मामला जांच शुरू , सीएमओ की कार्यप्रणाली पर... हरदा: खंडवा नर्मदापुरम जिले के 8 बदमाश रात के अंधेरे में बना रहे थे डकैती की योजना, मुखबिर की सूचना ...

_40 कलाकारों ने मिलकर बनाई भगवान श्री गणेश की कलाकृति, जो विश्व की प्रथम सबसे अनूठी कलाकृति है._

श्री गणेश चतुर्थी पर वसुधैव कुटुंबकम (सतीश गुर्जर टीम) ने फिर रचा विश्व कीर्तिमान

- Install Android App -

हरदा। अपनी कला से अपने जिले का नाम रोशन करने वाली वसुधैव कुटुंबकम (सतीश गुर्जर टीम) ने एक बार फिर श्री गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर 40 कलाकारों के साथ भगवान श्री गणेश की 7000 वर्ग फीट में एल. बी. एस.(LBS Harda) कॉलेज हरदा में पत्थरों से विशाल कलाकृति बनाई है। जिसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा।

टीम के संस्थापक कलाकार सतीश गुर्जर ने बताया कि माँ नर्मदा के पत्थरों से 40 कलाकारों की टीम ने इस कलाकृति को 36 घंटे की कड़ी मेहनत से 3 दिन में बनाया है। इस कलाकृति में खिलता कमल जनकल्याण सामाजिक संस्था, बी. बी. ऑटो मोबाइल हरदा एवं एल.बी.एस. कॉलेज हरदा का विशेष सहयोग रहा।
कॉलेज के संचालक श्री राजीव खरे ने कहा, “प्रकृति ईश्वर का प्रकट रूप है, कला मनुष्य का।” इसी को चरितार्थ करते हुए टीम ने इस कलाकृति को अपने आयाम तक पहुंचाया है। आप सभी इस कलाकृति व कला प्रदर्शनी को देखने के लिए 28 सितंबर तक सादर आंमत्रित है।आपको बता दें कि सतीश गुर्जर टीम अभी तक अपनी विभिन्न कलाकृतियों से 10 बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर देश व दुनिया में अपनी अभिन्न पहचान बना चुकी है। जिसमें जीन्स आर्ट, ग्रेन आर्ट, स्टोन आर्ट, ह्यूमन आर्ट, वॉल आर्ट, फायर आर्ट आदि शामिल है।