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प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीति में उतरने से कांग्रेस को हो सकते हैं ये फायदे

पूर्वांचल ब्राह्मणों का मजबूत गढ़ माना जाता है। पूर्वांचल की अधिकतर सीटों पर ब्राह्मण मतदाताओं की खासी भूमिका रहती है। एक दौर में ब्राह्मण पारम्परिक तौर पर कांग्रेस के समर्थक थे लेकिन मंडल आंदोलन के बाद उनका झुकाव भाजपा की ओर हो गया। बाद में ब्राह्मण मतदाताओं के एक बड़े हिस्से का झुकाव मायावती की बसपा की तरफ भी हुआ और 2014 के लोकसभा चुनाव में इस तबके का झुकाव फिर भाजपा की ओर हो गया। ऐसे में कांग्रेस प्रियंका से यह उम्मीद कर रही है कि वह अपने खोए वोट बैंक को वापस लाएंगी।

मोदी-योगी की काट
कांग्रेस प्रियंका को बतौर मोदी-योगी की काट के रूप में देख रही है। अपनी इसी रणनीति के चलते उन्हें पूर्वोत्तर का प्रभार सौंपा है। प्रियंका को इस क्षेत्र की कमान सौंपने से कहीं न कहीं मोदी-योगी का प्रभाव कम होगा और कांग्रेस मजबूत होगी।

कार्यकर्ताओं में जोश 
प्रियंका भले ही सक्रिय राजनीति में नहीं थीं इसके बावजूद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में वह खासी लोकप्रिय रही हैं इसलिए उनके राजनीति में आने से कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार होगा।

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सुषमा के पक्ष में बने माहौल की निकाल दी थी हवा 
1999 के आम चुनाव में सोनिया यूपी की अमेठी और कर्नाटक की बेल्लारी सीट से चुनाव मैदान में थीं। भाजपा ने उनकी घेराबंदी के लिए सुषमा को उतारा था। वहां सुषमा ने कन्नड़ में भाषण दे सारी महफिलें लूट ली थीं। एक बारगी तो ऐसा लगा कि कहीं सोनिया हार न जाए। ऐसे नाजुक समय में कांग्रेस ने प्रचार की कमान प्रियंका को सौंपी। इसके बाद प्रियंका ने एक ही रोड शो के जरिए सुषमा के पक्ष में बने माहौल की हवा निकाल दी थी।

चुनावी प्रबंधन में माहिर 
प्रियंका बहुत ही माहिर चुनावी प्रबंधक हैं। मां और भाई के चुनावी क्षेत्रों में वह स्वयं मोर्चा संभालती हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने स्मृति ईरानी को अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ उतारा था तब विरोधी महिला उम्मीदवार की काट के लिए प्रियंका ने अमेठी में जमकर चुनाव प्रचार किया और अपने भाई की जीत सुनिश्चित की।

दादी की तरह है कुशल वक्ता 
प्रियंका गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अक्स के तौर पर देखा जाता है। सख्त छवि और कड़े फैसले लेने की क्षमता के साथ प्रभावशाली भाषण देने वाली इंदिरा गांधी की तरह प्रियंका गांधी को भी बेहतर वक्ता के तौर पर ख्याति प्राप्त है। इसके अलावा उनका स्टाइल भी अपनी दादी और पूर्व पीएम इंदिरा की तरह नजर आता है।