ब्रेकिंग
जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है - सुश्री भारती किशोरी जी हरदा : जिला स्तरीय गणित,विज्ञान,पर्यावरण एवं सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय हर... कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर, सील से जमीन खरीदने बेंचने वाले खुले घूम रहे !पुलिस नही कर रही गिरफ्तार हंडिया :भारतीय जनता पार्टी के पांच मंडल और 40 बूथ अध्यक्षों का किया स्वागत।  खिरकिया: ग्रामीणों ने की सरपंच से अतिक्रमण हटाने की मांग। हरदा: कार्यालय में आने वाले नागरिकों से अच्छा व्यवहार करें और उनके कार्य समय पर करें -संभागायुक्त श्... झांसी मे थानेदार ने फरियादी को 41 मिनिट मे जड़े 31 थप्पड़ !  वीडियो वायरल हुआ जिला पुलिस अधीक्षक ने ... पुलिस चौकी पर ब्लास्ट करने वाले 3 आतंकी ऐनकाउंटर में ढेर,गुरुदास पुर मे 2 पुलिस चौकी पर किया था ब्ला... 25 दिसंबर से ठंड और बारिश का दौर शुरू, जानिए मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा असर Weather Forecast Lado Laxmi Yojana Haryana: महिलाओं के लिए हरियाणा सरकार का बड़ा तोहफा, हर महीने ₹2100 

Madhya Pradesh News: शराबबंदी की मांग को लेकर आदिवासी महिलाएं पहुंची कलेक्टर ऑफिस ! Letest News Mp.

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 शिवपुरी : सिटी कोतवाली सीमा में स्थित नोहर कलां में रहने वाली एक दर्जन से अधिक महिलाएं आज फिर शराबबंदी को लेकर कलेक्ट्रेट पंहुची थीं। इससे पूर्व वह बस्ती के पास बिक रही कच्ची शराब की शिकायत करने आई थीं। अपनी शिकायत को लेकर महिलाओ ने बताया कि हमारे द्वारा कच्ची शराब की शिकायत के बाद कार्यवाही तो हुई नहीं उल्टा बंजारा लोग हमारे मोहल्लें में आकर हमे ही धमकी दे रहे हैं। पहले भी कच्ची शराब पीने से हमारी बस्ती के कई लोग मर चुके हैं और कुछ मरने के कगार पर हैं। मामला हरीकलां में आदिवासी बस्ती में रहने वाली बतीबाई आदिवासी ने बताया कि बंजारों के द्वारा बेची जा रही कच्ची जहरीली शराब पीने से कुछ लोग बीमार हो गए हैं। इसके बाद उनकी मौत हो गई है। अब कई बच्चों को कच्ची शराब पीने की लत लग चुकी है। आदिवासी बस्ती के लोग दिनभर मजदूरी करते हैं और फिर रात को कच्ची शराब पीकर घर पर हंगामा और मारपीट करते हैं।

- Install Android App -

इस प्रकार से बंजारा समाज के लोगों द्वारा अवैध शराब बनाकर हमारे मोहल्ले मे बिक्री करने से बस्ती का माहौल खराब हो रहा है। जब उन्हें शराब न बेचने की बात कही जाती है तो उनके तरफ से धमकी और कहीं पर भी शिकायत दर्ज कराने की बात कही जाती है। पिछली जनसुनवाई में इस पर एक शिकायत की गई थी | हालांकि कोई कार्रवाई नहीं हुई | जिससे बंजारों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। बंजारों की महिलाएं हमारी बस्ती में हमें धमकी भी दी हैं, कि कितनी भी शिकायत कर लो हमारा कुछ नहीं होगा। आज मंगलवार को फिर एक बार शिकायत लेकर सभी आदिवासी महिलाएं कलेक्टर से शिकायत करने पहुंची हैं और क्षेत्र में बेची जा रहे कच्ची शराब पर रोक लगाने की गुहार लगाई है।