खंडवा : अवैध होर्डिंग की भरमार, नगर निगम के लिए बना सिर दर्द, अवैध होर्डिंग के गिरने से मुंबई में गई 14 जाने, खंडवा प्रशासन कब करेगा कार्रवाई
खंडवा : मुंबई में अवैध होर्डिंग के गिरने से कई लोगों की जान चली गई इसके बाद प्रशासन जगह पता चला कि वह अवैध होर्डिंग था जो बिना नियम कायदों के लगाया गया था इसी प्रकार खंडवा शहर में भी शहर के मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट के खंभों पर राजनीतिक पार्टियां, निजी स्कूल और कालेजों का प्रचार हो रहा है। इसके लिए होर्डिंग लगाए गए हैं। नगर निगम भी बिजली के खंबों पर लगे होर्डिंग को हटाने कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बिजली कंपनी से अनुमति लिए बिना ही खंभों का उपयोग प्रचार करने के लिए किया जा रहा है। अवैध होर्डिंग शहर के लिए लाइलाज बीमारी बन गए हैट। अवैध होर्डिंग न हटवाने और इन्हें लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की वजह से नगर निगम की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। अवैध होर्डिंग से हजारों रुपये के राजस्व की खुलेआम चपत लगाई जा रही है। निगम को राजस्व के रूप में फूटी कौड़ी नहीं मिल रही है।
इससे शहर की सुंदरता का तो कचरा हो ही रहा है वहीं अवैध होर्डिंग लगाने वाले ठेकेदार भी मालामाल हो रहे हैं। बिजली के खंभों को प्रचार में उपयोग किया जा रहा है। बिजली कंपनी के अधिकारी भी खंभों पर होर्डिंग लगाने वाले के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे निजी शिक्षण संस्थाओं के संचालकों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
कई निजी संस्थाओं ने अपने प्रचार के लिए बिना अनुमति के होर्डिंग बोर्ड लगा रखे हैं। उनके ऊपर कब कार्रवाई होगी यह तो नगर निगम के अपसारी ही बता सकते हैं लेकिन शहर वासियों की जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है इन दोनों आंधी तूफान से कई होर्डिंग धराशाई हो जाते हैं जिससे सड़क चलते राहगीरों गिरने से दुर्घटना भी हो सकती है लेकिन इस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा शायद खंडवा नगर निगम को मुंबई की घटना के बाद भी घटना का इंतजार है ।
समाजसेवी गणेश भावसार ने बताया कि मुंबई में जो घटना हुई है उसके बाद खंडवा नगर निगम प्रशासन को जागना चाहिए और अवैध होर्डिंग जो शहर में टंगे हुए हैं उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए और जो अवैध रूप से लगाए गए हैं उसे पर कार्रवाई होनी चाहिए | अवैध होर्डिंग शहर को बदरंग कर रहे ,पोस्टर और होर्डिंग लगाकर सुंदरता को खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए । शहर अवैध होर्डिंग से परेशान है |
शहरों में होर्डिंग लगाने के लिए सरकार नगर निकाय की जवाबदेही तय करनी चाहिए | नगर निकाय होर्डिंग के लिए एजेंसियों को जिम्मेदारी सौंपती है. ये एजेंसियां ही शहर में जगह और स्थान तय करती हैं. तय समय- सीमा के लिए विज्ञापन लगाने के लिए जगह मुहैया करवाती हैं. मानसून में भारी बारिश, तूफान के कारण होर्डिंग गिरने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे खतरनाक दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. लापरवाही पाए जाने पर सरकार एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर सकती है और उनका लाइसेंस रद्द कर सकती है.अगर होर्डिंग गिरने से जनहानि होती है तो नगर निगम या फिर होर्डिंग लगाने वाली एजेंसी के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है |