Breaking News : सैनिको ने थाने में घुसकर 04 पुलिसवालो को पीटा, एक को उठा ले गए ! पढ़िए पूरी खबर विस्तार से
संदेह के आधार पुलिस एक जवान से कर रही थी पुछताछ तभी हुआ यह…
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 दिल्ली : जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को मिटाने के लिए वर्षो से सेना,केंद्रीय पुलिस बल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त प्रयास किए जा रहे है। मगर बुधवार को कुछ ऐसा हुआ कि स्थानीय पुलिस और सेना के जवानों में ठन गई। कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा में बुधवार को एक थाने में तीन कर्नल सहित 16 जवान ए.के.-47 व अन्य हथियार लेकर घुस गए।इसके बाद उन्होने वहां पर 4 पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की। इसके बाद वहां से एक पुलिसकर्मी को अपने साथ उठा ले गए।
घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को लगी –
कश्मीर पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना मिलने पर उन्होने इसके प्रति अपना विरोध जताया हैं, थाने में इस प्रकार से सीधे घुसकर मारपीट करना अनुचित बताते हुए तीन कर्नल और 16 जवानों के विरुद्ध हत्या का प्रयास, डकैती, अपहरण और आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में लेफ्टिनेंट कर्नल अंकित सूद, राजीव चौहान और निखिल का नाम लिखा गया है।
यक्ष प्रश्न की आखिर ये हुआ क्यूं –
थाने में घुसकर सैनिको द्वारा पुलिसकर्मियों से मारपीट की बात सामने आने पर इसकी चर्चा सभी ओर हो रही है। सब जानना चाहते है कि आखिर ऐसा क्या हुआ था कि सैनिकों को पुलिस थाने में घुसना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुपवाड़ा पुलिस द्वारा नशीले मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने टेरिटोरियल आर्मी के एक जवान को उसके घर में पकड़ा था। इस जवान की कथित भूमिका के बारे में पुलिस थाने में ले जाकर पूछताछ कर रही थी। बता दे कि टेरिटोरियल आर्मी, सेना का हिस्सा नहीं होती यह किसी भी घटना सर्चिंग के दौरान सेना की सहयोगी होती है। पुछताछ के दौरान सेना के अधिकारी व अन्य जवान अपनी वर्दी में थाने में घुसे थे जो कि टेरिटोरियल आर्मी के जवान से हो रही पूछताछ से नाराज थे। सेना के अधिकारी अंदर आकर पुलिसकर्मियों से मारपीट करने लगे।
इस घटना का पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया। एक डीएसपी स्तर के अधिकारी को इस पूरे प्रकरण की जांच सौंपी गई है। इधर सेना ने इसे मामूली घटना बताकर पुलिसकर्मियों से मारपीट को भ्रामक कहा है।
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