ब्रेकिंग
खातेगांव में "अंजुमन बैतुलमाल न्यास" द्वारा कैरियर गाइडेंस कैंप का आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने ल... टिमरनी: 2 पंचायत सचिवों को सूचना का अधिकार में जानकारी नहीं देना पड़ा भारी ! राज्य सूचना आयोग ने ठोक... हरदा: स्टेशन सौन्दर्यीकरण व यात्री सुविधा विस्तार के लिये हटाया गया अतिक्रमण चाकूबाजी में घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनो ने कलेक्ट्रेड कार्यालय के बाहर शव रखकर किया ... हरदा: मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग ने जिले के प्रशासनिक अमले की बैठक ली नपा के द्वारा बुलडोजर की कार्यवाही गरीबों के साथ अन्याय है। हरदा विधायक डाॅ. दोगने ने की जिला प्रशा... डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्य तिथि पर किया माल्यार्पण एवं पौधारोपण  मप्र मे मानसून का आगाज: टीकमगढ़ मे हुई भारी बारिश!  बारिश नदी नाले उफान पर निचले स्थानों पर भराया प... तांत्रिक क्रिया से मां को स्वस्थ करने और पिता भाई को मारने की धमकी देकर फिर मांगे 40 लाख! पुलिस ने 3... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे

keral News : कुवैत की आगजनी में 45 भारतीयों की हुई मौत सभी के शव पहुंचे केरल , मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 केरल। विगत दिनों कुवैत के मगाफ शहर की एक इमारत में आगजनी की घटना हुई थी। जिसमें 45 से अधिक भारतीयों की दर्दनाक मौत हो गई। उन सभी भारतीय के शव विशेष विमान के द्वारा केरल लाया गया। कोचीन एयरपोर्ट पर इंतजार कर रहे परिजनों को सभी के शव सौंपे गए। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी और अन्य मंत्रियों ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

- Install Android App -

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने इस घटना पर दुख जाते हुए कहा कि ‘यह एक बहुत ही दुखद घटना है और हम सभी इसके लिए बहुत दुखी हैं। जैसे ही हमारी सरकार को इस घटना के बारे में पता चला, पीएम मोदी ने तुरंत एक बैठक बुलाई और हमें तुरंत कुवैत पहुंचने और सभी संभव कदम उठाने का निर्देश दिया ताकि पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द वापस लाया जा सके। कुवैत के मंगाफ शहर में श्रमिकों के आवास वाली एक इमारत में बुधवार को आग लग गई थी। जिसमें 45 भारतीयों की मौत हो गई,।

मृतकों में सर्वाधिक केरल के निवासी है। कई शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्‍ट तक करना पड़ा था। इस घटना के बाद भारतीय श्रमिकों के शव को भारत वापस लाने के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंचे थे, उन्‍हें वहां इस घटना में घायल अन्य भारतीयों से मुलाकात भी की थी।