MP Board Exam 2024 New Update: अब दसवीं में सभी 6 विषयों में पास होना अनिवार्य, जानें पूरा नियम
MP Board Exam 2024 New Update: मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने हाल ही में दसवीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक बड़ा बदलाव किया है, जिससे छात्रों को सभी 6 विषयों में पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। पहले, छात्रों को ‘बेस्ट ऑफ फाइव’ के तहत 5 विषयों में पास होने पर भी उत्तीर्ण मान लिया जाता था, लेकिन अब से यह सुविधा समाप्त कर दी गई है। नए नियम के अनुसार, अब अगर कोई छात्र किसी भी एक विषय में फेल हो जाता है, तो उसे पास नहीं माना जाएगा।
बोर्ड परीक्षा में बदलाव क्यों?
मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग के अनुसार, यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि छात्र सभी विषयों में मजबूत हों और किसी एक विषय की कमजोरी उनकी पूरी मेहनत पर पानी न फेर दे। पहले की ‘बेस्ट ऑफ फाइव’ पॉलिसी में कई बार छात्रों को एक विषय में कमज़ोर होने के बावजूद पास घोषित कर दिया जाता था। लेकिन अब छात्रों को सभी छह विषयों में मेहनत करनी होगी, ताकि वे पूरे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा पास कर सकें।
अंग्रेजी और गणित पर खास ध्यान
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर छात्र गणित और अंग्रेजी में कमजोर होते हैं। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों के आधार पर देखा गया है कि इन दोनों विषयों में फेल होने वाले छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। इसलिए, विभाग ने इन दो विषयों पर विशेष ध्यान देने की योजना बनाई है।
अध्यापकों को कहा गया है कि वे गणित और अंग्रेजी के लिए विशेष प्रशिक्षण दें और छात्रों की कमजोरियों को समझकर उन्हें अच्छे से पढ़ाएं। इसके लिए शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से मार्गदर्शन कर सकें।
शिक्षक प्रशिक्षण पर जोर
छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विभाग ने शिक्षकों के लिए हर महीने एक विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम की योजना बनाई है। अगले पांच महीनों तक हर महीने एक दिन शिक्षक ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उन्हें पढ़ाई से जुड़ी नई तकनीकों के बारे में बताया जाएगा। यह ट्रेनिंग जिला स्तर पर आयोजित होगी, ताकि शिक्षक नई-नई पद्धतियों को समझकर छात्रों की बेहतर ढंग से मदद कर सकें।
बेस्ट ऑफ फाइव पॉलिसी समाप्त
इस नए नियम के लागू होने से पहले छात्रों के लिए ‘बेस्ट ऑफ फाइव’ की नीति लागू थी। इसका मतलब था कि अगर कोई छात्र 6 में से 5 विषयों में पास हो जाता था और एक में फेल हो जाता था, तो भी उसे पास माना जाता था। लेकिन अब यह पॉलिसी समाप्त कर दी गई है, और छात्रों को सभी 6 विषयों में पास होना अनिवार्य होगा।
इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों को सभी विषयों में समान मेहनत करने के लिए प्रेरित करना है। अगर अब कोई छात्र किसी एक विषय में भी फेल होता है, तो उसे फेल माना जाएगा, और उसे दोबारा से उस विषय की परीक्षा देनी होगी।
छात्रों को समय पर तैयारी शुरू करने की सलाह
इस नए नियम के चलते छात्रों को सभी 6 विषयों में पास होना है, इसलिए छात्रों को शुरू से ही ध्यान देकर पढ़ाई करने की जरूरत है। खासकर गणित और अंग्रेजी जैसे कठिन विषयों पर ज्यादा मेहनत करनी होगी। अब समय आ गया है कि सभी छात्र नियमित रूप से पढ़ाई करें और समय पर सभी विषयों की तैयारी पूरी कर लें, ताकि अंतिम समय में कोई परेशानी न हो।
मध्य प्रदेश बोर्ड ने दसवीं बोर्ड परीक्षा के नियमों में इस बदलाव को इसलिए किया है ताकि छात्रों की पढ़ाई और परिणामों में सुधार हो सके। अब छात्रों को हर विषय में सफलता प्राप्त करनी होगी, और इसके लिए उन्हें ज्यादा ध्यान और मेहनत करनी होगी। स्कूल और शिक्षकों को भी इस बदलाव से छात्रों की मदद करने के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि सभी छात्र बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल कर सकें।
इस नई नीति के लागू होने से छात्रों के बीच एक सकारात्मक माहौल बनेगा, और वे अपने सभी विषयों में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। अब वक्त है कि सभी छात्र अपने सभी विषयों को गंभीरता से लें और अपनी तैयारी को बेहतर बनाएं।
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