ब्रेकिंग
इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध में गिरी कार,  हादसे मे दो की मौत और दो घायलों को किया इंदौर रेफर सीहोर:समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए हरदा जिले से अवैध रूप से लाया जा रहा मूंग जब्त हरदा: राजपूत छात्रावास के अंदर निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया , पुलिस वालो ने , समाज ने सीएम से मा... हरदा बिग न्यूज: जिले में धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी जीवन सिंह शेरपुर को पुलिस ने किया गिरफ्तार,  पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छो... आज से सीएम डॉ. मोहन यादव 7 दिवसीय विदेश यात्रा पर होगे रवाना नीमखेड़ा में मूंग खरीदी केंद्र की मांग, किसानों का अनुठा (अर्धनग्न) प्रदर्शन और चक्काजाम मूंग खरीदी नहीं होने से आक्रोशित थे किसान ,तीन अलग-अलग स्थानों पर किया चक्काजाम, वाहनों की लंबी कतार... अंतर्राष्ट्रीय सन्त सम्मान से सम्मानित हुए स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि, ( भारत और नेपाल को हिन्दू... करणी सेना के विरुद्ध पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही अन्यायपूर्ण एवं अत्यंत निंदा जनक :- हरदा विधायक डॉ...

असम फर्जी मुठभेड़ मामलाः मेजर जनरल समेत 7 सैन्यकर्मियों को उम्रकैद

गुवाहाटी : असम के तिनसुकिया जिले में 24 वर्ष पुराने फर्जी मुठभेड़ मामले में सेना के सात अधिकारियों और जवानों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। सेना की अदालत ने दिन्जान सेना शिविर में शनिवार को अपना फैसला सुनाया। इस मामले में दोषी पाए गए सेनाकर्मियों में मेजर जनरल ए के लाल, कर्नल थॉमस मैथ्यू, कर्नल आर एस सिबिरन, कैप्टन दिलीप सिंह, कैप्टन जगदेव सिंह, नायक अल्बिंदर सिंह और नायक शिवेंद्र सिंह शामिल हैं।

- Install Android App -

यह निर्णय दंगारी सेना मुठभेड़ मामले पर दिया गया है जिसमें उल्फा आतंकवादियों द्वारा चाय बागान के एक महाप्रबंधक की हत्या के बाद 18 पंजाब रेजिमेंट ने 17 से 19 फरवरी 1994 के बीच ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के नौ सदस्यों को उठाया था। बाद में सेना ने इनमें से पांच शवों को ढोला थाने में पेश किया था लेकिन पुलिस ने उसे लेने से इंकार कर दिया था। इसके कुछ दिनों बाद बाकी के शव पास के इलाके से बरामद किए गए थे।