ब्रेकिंग
कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा हत्याकांड मे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर लगे गम्भीर आरोप, 28 साल ... एमपी के इस जिले में चोरो की शादी में बराती बनी पुलिस !  फेरे होते ही पकड़ा! बिन दुल्हे के दुल्हनें पह... श्री बालाजी गैस एजेंसी मामला - दस्तावेज में धोखाधड़ी कर पार्टनर से मालिक बनने के मामले में विवेचना मे... स्मार्ट मीटर का नागरिक कर रहे हैं विरोध: बिजली विभाग ने कहा अधिक बिल की अफवाह फैलाई जा रही है!  यूट्यूबर प्रेमी से इंस्टा ग्राम पर हुई महिला की दोस्ती, फिर प्रेमी संग मिलकर पति को उतारा मौत के घा... हंडिया: जोगा : जीवन दायिनी मां नर्मदा के 5 किलोमीटर क्षेत्र में बंद हो अवैध शराब, शराबियों की हुड़दं... टिमरनी: 32 साल के युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड से पहले बनाए 2 वीडियो, पुलिस कर रही जांच! देखे वीडियो देवास: विधायक शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने पुजारी से मांगी माफी: भाजपा संगठन ने दी विधायक शुक्ला को ह... हरदा: सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का त्वरित निराकरण करेंकलेक्टर श्री जैन ने मीटिंग में अधिकारिय... खुशखबरी! आज 1.27 करोड़ लाडली बहनों के खाते होंगे मालामाल, साथ में पेंशन और सिलेंडर के पैसे भी! CM मो...

निवेशकों को लुभाने, टैक्स छूट देने पर विचार कर रही सरकार

नई दिल्ली. कोरोनावायरस महामारी से टूटी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसी दिशा में वाणिज्य मंत्रालय नए निवेशकों को कई प्रकार की टैक्स छूट देने पर विचार कर रहा है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ईटी की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। हालांकि यह सभी प्रकार की टैक्स छूट नया कारोबार शुरू करने पर ही मिलेंगी।

500 मिलियन डॉलर से ज्यादा निवेश पर 10 साल तक टैक्स छूट
वाणिज्य मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक नई कंपनियों को निवेश के आधार पर टैक्स छूट दी जाएगी। यदि कोई कंपनी 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का नया निवेश करती है तो उसे 10 साल तक टैक्स पर पूरी तरह से छूट मिलेगी। प्रस्ताव के मुताबिक इस टैक्स छूट का फायदा लेने के लिए कंपनियों को 1 जून से 3 साल के भीतर ऑपरेशन शुरू करना होगा। मेडिकल डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम उपकरण और कैपिटल गुड्स से जुड़ी कंपनियों को यह टैक्स छूट मिलेगी।

लेबर आधारित सेक्टर्स में 100 मिलियन डॉलर के निवेश पर मिलेगी टैक्स छूट
सूत्र ने बताया कि जो कंपनियां लेबर आधारित सेक्टर्स जैसे टैक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, लेदर और फुटवियर सेक्टर में 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश करेंगी, उन्हें चार साल तक टैक्स में पूरी तरह से छूट मिलेगी। इसके बाद अगले 6 साल तक 10 फीसदी की कम दर पर कॉरपोरेट टैक्स का भुगतान करना होगा। इस प्रस्ताव को अभी वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलनी है। हालांकि, अभी तक इस पर कोई भी अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।

चीन से आने वाली कंपनियों को रिझाने की तैयारी शुरू
कोरोनावायरस के कारण बिगड़ रही अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार ने निवेशकों को रिझाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत चीन छोड़ने वाली कंपनियों को भारत में नया प्लांट लगाने के लिए आसानी से जमीन उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना महामारी के कारण भारत की अर्थव्यवस्था में चार दशक का बड़ा संकुचन आया है। अभी तक सरकार कोई बड़ा राहत पैकेज भी घोषित नहीं कर पाई है। कोरोना के कारण अप्रैल में करीब 1.22 करोड़ लोगों की नौकरी जा चुकी है और उपभोक्ता मांग पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।

इंफ्रास्ट्रक्चर में विस्तार के लिए 50 कलस्टर्स का चयन
इसके अलावा वाणिज्य मंत्रालय ने इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार के लिए 50 इंडस्ट्री कलस्टक्स का चपयन किया है। इन कलस्टर्स में टैस्टिंग लैब और रिसर्च एंड डवलपमेंट सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें टैक्सटाइल, फार्मा, फूड प्रोसेसिंग और जेम्स एंड ज्वैलरी जैसे सेक्टर्स का विकास शामिल है। इसके अलावा मंत्रालय टूरिज्म जैसे सेवा सेक्टर के विस्तार की योजना पर भी काम कर रही है।

- Install Android App -