मकड़ाई समाचार इंदौर। देश-प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम में आग लगी हुई है। पेट्रोल तो 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंचने को आतुर है। प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में तो यह सौ रुपये से सिर्फ 3.13 रुपये ही दूर है। इस समय पेट्रोल का भाव 96.77 रुपये है। एक साल पहले 13 फरवरी को ही जो पेट्रोल 80.14 रुपये पर वह आज 16.63 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुका है। इस तरह एक साल में ही यह 20 फीसद अधिक हो चुका है। प्रीमियम पेट्रोल तो 99.69 स्र्पये प्रति लीटर हो चुका है। इंदौर के आस-पास के जिलों में तो पेट्रोल 100 रुपये पर पहुंच चुका है।
दूसरी तरफ डीजल भी पेट्रोल से बराबर होड़ कर रहा है। हमेशा पेट्रोल के पीछे रहने वाला डीजल भी 87.30 रुपये पर विराजमान हो चुका है। यह एक साल पहले 71 रुपये प्रति लीटर था। आम उपभोक्ता के लिए ईंधन के दाम दम निकालने वाले हो गए हैं। पेट्रोल के हर दिन बढ़ते दाम ने आम उपभोक्ता और डीजल ने ट्रांसपोर्ट संचालकों को परेशान कर रखा है। डीजल की लगातार बढ़ती कीमत के कारण परिवहन महंगा होने का अंदेशा है। डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि या तो राज्य सरकार ईंधन पर वैट कम करे या भारत सरकार पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी में शामिल कर ले। मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले पेट्रोल और डीजल पर सर्वाधिक वैट वसूला जा रहा है। इंदौर पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्रसिंह वासु का कहना है कि जब क्रूड ऑयल के रेट कम थे, तब भी सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के बजाय एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी थी। सरकारों को दोनों टैक्स में कमी करना चाहिए। एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी सुधीर ऐरन के मुताबिक, भारत सरकार को रक्षा और अधोसंरचना क्षेत्र के लिए धन की जरूरत है, इसलिए कहीं से तो राजस्व जुटाना होगा।