ब्रेकिंग
9 बच्चों की मां ने प्रेमी से मिलकर पति की कर दी हत्या हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने जनसुनवाई में सुनी नागरिकों की समस्याएं हरदा: ई-केवायसी व आधार फिडिंग कार्य की गति बढ़ाएं ! कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में दिये निर्देश घरेलू विवाद मे पत्नि ने पति की फावड़े से काटकर की हत्या ! पत्नि के चरित्र पर शंका करने से उपजे विवाद... इजराईल ईरान जंग: अमेरिका के युद्ध विराम प्रस्ताव को ईरान ने स्वीकार कर लिया ! ईरान के विदेश मंत्री स... उपभोक्ता आयोग का आदेश: 4 किसानों को मिलेंगे फसल बीमा राशि के 4.50 लाख रूपये Aaj ka rashifal: आज दिनांक 24 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे खातेगांव में "अंजुमन बैतुलमाल न्यास" द्वारा कैरियर गाइडेंस कैंप का आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने ल... टिमरनी: 2 पंचायत सचिवों को सूचना का अधिकार में जानकारी नहीं देना पड़ा भारी ! राज्य सूचना आयोग ने ठोक... हरदा: स्टेशन सौन्दर्यीकरण व यात्री सुविधा विस्तार के लिये हटाया गया अतिक्रमण

कलेक्टर के सख्त आदेश के बाद भी बेख़ौफ़ हो रहा अवैध रेत का परिवहन, कुंभकर्ण की नींद सोया खनिज विभाग ।

दिनेश अखाडिया मकड़ाई समाचार झाबुआ✍️✍️
झाबुआ  जिले में अवैध रेत का परिवहन दिन ब दिन लगातार बढ़ता जा रहा हे । ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह रेत का अवैध अड्डा बना दिया गया है । जी हा हम बात कर रहे हे रानापुर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम ढोल्यावड की जहा एक नही 15 से 20 ओर इससे भी अधिक अवैध रेत के टैक्टर घंटो खड़े रहते हे ।यह एक दिन का नही हर दिन होता है। यही नहीं इसी मार्ग से होते हुए कई डंफर, टैक्टर आसानी से भाबरा से आकर पारा राजगढ़ धार इंदौर की तरफ निकल जाते हे ।
दरअसल ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से यहां खनन अधिकारियों का आना काफी कम होता हे ओर उसी का फायदा अवैध रेत माफियाओं द्वारा उठाया जाता हे।
मुद्दे की बात यह हे की अभी कुछ ही दिन पहले ही
झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा के द्वारा निर्देश दिए गए थे रेत माफिया के ऊपर कार्यवाही करने के लिए , लेकिन फिलहाल कोई कार्यवाही इन पर नही हुई हे।
सवाल यह उठता हे की जब अवैध रेत परिवहन पर झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा आदेश निर्देशित होने के बाद भी रेत व्यापार में लगाम क्यों नहीं लग रही है ।
झाबुआ जिले सहित राणापुर तहसील के प्रत्येक रोडों पर 24 घंटे डंपर एवं ट्रैक्टरों से अवैध रेत परिवहन हो रही है ।
साथ ही अवैध रेत से भरे हुए ओवरलोडिंग डंपर प्रधानमंत्री सड़क पर चलने से रोड की हालत भी खस्ता हो रही हे लिमिट से ज्यादा वजन के वाहनों से सड़क जमीन में धसने लगती हे व बड़े बड़े गढ्ढे के रूप में तब्दील हो रही हे ।

- Install Android App -

दूसरी ओर मध्यप्रदेश शासन के राजस्व को भी नुकसान रेत माफियाओं द्वारा पहुंचाया जा रहा हे , बिना रॉयल्टी के ये रेत सीधे अलीराजपुर चांदपुर की छोटी बड़ी नदियों से भरकर धार इंदौर बिना ही सरकारी राजस्व चुकाए पहुंच जाती हैं ।
साथ ही रेत व्यापारियों द्वारा टोल टैक्स बचाने के लिए हाईवे मेन रोड छोड़ कर सिंगल रास्ते प्रधानमंत्री सड़कों पर ओवरलोड डंपर बिना किसी भय से निकाल लिए जाते हे ।
आखिर प्रशासन द्वारा इन पर कार्यवाही क्यों नहीं होती हे ,क्या रेत खनन विभाग के अधिकारियों की इन रेत माफियाओं से सीधा संपर्क हे , या कोई ओर कारण से इन पर केवल कार्यवही के नाम पर लीपापोती की जा रही हे ।
अगर ऐसा नहीं हे तो इन पर रोक किस तरह लगेगी सोचने वाली बात है ।