हरदा में डेंगू का कहर : संक्रमित व्यक्ति को काटने से एडीज मच्छर में आ रहे डेंगू के वायरस, यही फैला रहे बीमारी
नगरपालिका और मलेरिया विभाग नहीं मार पाया मच्छर, इस कारण गांवों के बाद अब शहर में बढ़ रहे मरीज
जिले में नवंबर के 22 दिनाें में 21 लाेग संक्रमित मिले। वहीं पिछले 45 दिनाें में करीब 300 लाेग डेंगू संदिग्ध मिले। एलाइजा टेस्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 35 डेंगू संक्रमितों की पुष्टि की है। मलेरिया अधिकारी के अनुसार डेंगू संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद उसके वायरस साधारण एडीज मच्छर में जाने से वह संक्रमित हो जाता है और इन संक्रमित मच्छरों के काटने पर ही लोगों में डेंगू फैल रहा है।
गांवाें के बाद अब डेंगू के मरीज शहरी इलाके में भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते दिनाें में खून की जांच में प्लेटलेट्स कम पाए गए। अभी उनका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। खुद विभाग मान रहा है कि 31 अक्टूबर तक 13 लाेग डेंगू पॉजिटिव मिले थे। जबकि नवंबर के 22 दिनाें में यह आंकड़ा 35 हाे गया।
वार्ड क्रं. 28 की शर्मा काॅलाेनी में एक ही परिवार के 3 लाेग संक्रमित मिले। प्रताप काॅलाेनी में 21 नवंबर काे एक ही परिवार के मुखिया व 2 छाेटे बच्चे संक्रमित मिले। ग्राम कुकरावद में भी आधा दर्जन से ज्यादा लाेगाें की खून की जांच में प्लेटलेट्स कम पाए गए। गांव में कई लाेग डरे हुए हैं।
कोरोना के कारण डेंगू में काेई नया वैरिएंट ताे एक्टिव नहीं हुआ इसकी जांच के लिए एनआईएमआर का सैंपल भेजेंगे लैब इन दिनाें जिस तरह तेजी से लाेग डेंगू से ग्रसित हाे रहे हैं, उससे विभाग व प्रशासन भी चिंतित है। मलेरिया अधिकारी के अनुसार इनके पॉजिटिव सैंपलाें की स्टडी हाे रही है। एनअाईएमअार के सैंपल लैब भेजने के लिए संबंधिताें काे कहा है, जिससे यह पता लग सके कि काेराेना के बदलते वैरिएंट की तरह डेंगू में भी काेई नया वैरिएंट ताे एक्टिव नहीं है।
यह बता रहे कारण
डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है। जब यह किसी डेंगू संक्रमित व्यक्ति काे काटता है ताे मच्छर के शरीर में डेंगू के वायरस पहुंच जाते हैं। इन वायरस के जीवन चक्र के अनुसार वह आगे बढ़ाने के लिए तैयार हाे चुका हाेता है। इन मच्छर के किसी अन्य व्यक्ति के काटने पर वह उसे डेंगू का राेगी बना देता है।
डॉक्टरों की मानें ताे संक्रमित लाेग, मजदूर तथा शादी आदि के दाैरान आसपास के शहराें में आवागमन करते हैं। ऐसे व्यक्तियों को जब संक्रमित एडीज मच्छर काटता है ताे वे बीमारी काे आगे बढ़ाने का माध्यम स्वत: ही बन जाता है।
एलाइजा टेस्ट ही मान्य
कई अस्पतालों में इन दिनाें मरीज भर्ती हैं। बुखार व कमजोरी के लक्षण के बाद लाेग खून की जांच करा रहे हैं। इसमें प्लेटलेट में कमी आने काे डेंगू का प्रारंभिक लक्षण माना जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस रिपोर्ट काे नहीं मानता। विभाग का कहना है कि एलाइजा टेस्ट की रिपोर्ट से ही इसकी पुष्टि हाेती है।
डेंगू के चार टाइप के हाेते हैं वायरस
गांव के बाद शहर में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। अभी तक एलाइजा टेस्ट से 35 लाेगाें की पुष्टि हुई है। डेंगू के चार टाइप के वायरस हाेते हैं। इनके अलावा काेई नया वैरिएंट ताे एक्टिव नहीं है, इसकी जांच के लिए सैंपल भेजने काे कहा है। -राधा चाैहान, मलेरिया अधिकारी, जिला अस्पताल हरदा