ब्रेकिंग
खातेगांव में "अंजुमन बैतुलमाल न्यास" द्वारा कैरियर गाइडेंस कैंप का आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने ल... टिमरनी: 2 पंचायत सचिवों को सूचना का अधिकार में जानकारी नहीं देना पड़ा भारी ! राज्य सूचना आयोग ने ठोक... हरदा: स्टेशन सौन्दर्यीकरण व यात्री सुविधा विस्तार के लिये हटाया गया अतिक्रमण चाकूबाजी में घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनो ने कलेक्ट्रेड कार्यालय के बाहर शव रखकर किया ... हरदा: मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग ने जिले के प्रशासनिक अमले की बैठक ली नपा के द्वारा बुलडोजर की कार्यवाही गरीबों के साथ अन्याय है। हरदा विधायक डाॅ. दोगने ने की जिला प्रशा... डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्य तिथि पर किया माल्यार्पण एवं पौधारोपण  मप्र मे मानसून का आगाज: टीकमगढ़ मे हुई भारी बारिश!  बारिश नदी नाले उफान पर निचले स्थानों पर भराया प... तांत्रिक क्रिया से मां को स्वस्थ करने और पिता भाई को मारने की धमकी देकर फिर मांगे 40 लाख! पुलिस ने 3... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे

608 सरकारी अस्पतालों में 18 दिन में ‘आयुष्मान’ के तहत सिर्फ 36 सौ क्लेम

रायपुर। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के संचालन पर फिलहाल स्वास्थ्य विभाग और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के बीच सुलह के आसार नहीं दिख रहे हैं। आइएमए अपनी मांगों पर अडिग है। समुचित प्रदेश में ‘आयुष्मान’ के तहत पंजीकृत 500 निजी अस्पतालों में 16 सितम्बर से इलाज नहीं हो रहा है।

प्रदेश के 608 सरकारी अस्पतालों में 18 दिन में आयुष्मान के तहत सिर्फ 3600 मरीजों का पंजीयन हुआ। अगर निजी अस्पताल सेवाएं देते तो एक दिन में ही 2200 से 2500 मरीजों पर पंजीयन होता। अंदाजा लगा सकते हैं कि इस योजना के संचालन में निजी अस्पतालों की भूमिका कितनी अधिक है।

आठ अक्टूबर से अस्पतालवार बैठकः आरएसबीवाय और एमएसबीवाय योजना के तहत अस्पतालों के क्लेम की राशि अप्रैल से जारी नहीं हुई है। एक किश्त गुरुवार को जारी जरूर हुई, लेकिन खातों में कम आया। अब अस्पतालों की समस्याओं पर आठ अक्टूबर से स्वस्थ्य विभाग बैठक करेगा। हर अस्पताल की बात सुनी जाएगी।

हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि सभी सदस्यों से स्पष्ट कहा गया है कि वे किसी भी तरह के दबाव में न आएं। क्लेम की एक किश्त जारी जरूर हुई, लेकिन पूरी राशि नहीं आई है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बातचीत की कोई भी पहल नहीं हुई है। योजनाएं निजी अस्पतालों के भरोसे ही चलती हैं, क्योंकि हमारे पास सुविधाएं हैं, साधन-संसाधन हैं।

16 सितंबर से 2 अक्टूबर तक के आंकड़े

जिला- सरकारी हॉस्पिटल की संख्या- मरीजों का पंजीयन

कोरिया- 14- 351

कांकेर- 29- 319

- Install Android App -

दंतेवाड़ा- 9- 140

सरगुजा- 29- 98

बिलासपुर- 17- 290

रायगढ़- 15- 135

दुर्ग- 38- 276

रायपुर- 32- 749

20 दिनों में दो जिलों का खाता तक नहीं खुला

प्रदेश में आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत सरकारी अस्पतालों की संख्या 608 है। इनमें से 161 अस्पतालों में ही योजना के तहत मरीजों का पंजीयन हुआ जो सिर्फ 26.5 फीसद है। कई अस्पतालों में तो अभी तक योजना के तहत खाता तक नहीं खुला है, इनमें नारायणपुर और मुंगेली शामिल हैं।