भगवान गणेश का एक ऐसा अद्भुत मन्दिर जहां भगवान खड़े हुये नजर आते है।प्रति बुधवार और चतुर्थी पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है विशेष बात यह है लोग समस्या को चिट्ठी मे भेजकर अर्जी लगाते है।समाधान होने पर संकल्प अनुसार मंदिर जाकर अनुष्ठान करते हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में भी मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर।शहर मे खजराना गणेश मन्दिर प्रसिध्द है।लेकिन हम बात कर रहे खड़े गणेश जी की जो शहर के नन्दानगर में है। मन्दिर 700 साल पुराना बताया जाता है।यहां गणेश भगवान की मुर्ति नृत्य मुद्रा में 5 फीट ऊंची है।
मन्दिर से सम्बंधित विशेष बातें
मिली जानकारी के अनुसार मूर्ति का निर्माण हर माह पुष्य नक्षत्र आने पर कारीगर द्वारा किया गया था। मन्दिर के गर्भगृह में लोग घरों में होने वाले मांगलिक कार्यों के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। मनोकामना पूर्ति के लिए एक से ज्यादा (3 या 7) परिक्रमा लगाते हैं।पहले बड़े दरवाजे के पास कलकल बहती कान्ह नदी शोभायमान बनाती थी।शयन आरती के दौरान भक्तों को गणेश नृत्य मुद्रा की अनुभूति होती थी।
भगवान के नाम भक्तों की चिट्ठी
मन्दिर समिति सचिव व्यास बताते हैं, श्रद्धालु गणनायक के नाम चिट्ठी भेजते हैं।गणेश व्रत संकल्प पूर्ण होने पर रीति रिवाज के साथ अनुष्ठान होते हैं।
मन्दिर के भक्तो की भावनाएं है भगवान के दर्शनो के लिए नियमों का पालन जरुरी है।
बताया गया है कि विवाह तथा उपनयन संस्कार की पत्रिका गणेश मंदिर में भी आती है।जिस से गणनाथ के आशीर्वाद से सभी मांगलिक कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं। भक्त कलावा बंधवा कर प्रसाद ग्रहण करते है। प्रत्येक बुधवार और प्रतिमाह की चतुर्थी पर मन्दिर में विशेष साज सज्जा होती है। हार फूल के साथ विशेष रूप से पान के पत्ते अर्पित किए जाते हैं।