Delhi: आम आदमी पार्टी के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दिया। उन्हें एक कार्यक्रम में देखा गया था, जहां लोगों ने हिंदू देवताओं का बहिष्कार करने की शपथ ली थी। इसके बाद से ही बीजेपी और कई संगठन उनका विरोध कर रहे थे। बीती रात भी हिंदू संगठनों ने उनके आवास के बाहर भगवा झंडा लगाकर नारेबाजी की। दिल्ली पुलिस के मुताबिक इनमें भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के कार्यकर्ता भी शामिल थे। विवाद बढ़ने पर शुक्रवार को राजेन्द्र पाल गौतम ने भाजपा पर उनके खिलाफ ‘अफवाह’ फैलाने का आरोप लगाया और ऐसे प्रचार के कारण किसी को भी तकलीफ पहुंचने की स्थिति में माफी मांगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत धार्मिक व्यक्ति हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से सभी देवी-देवताओं का सम्मान करता हूं और अपने कर्म या वचन से किसी का अपमान करने की सपने में भी नहीं सोच सकता।’’
क्या था मामला?
दरअसल 5 अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम बौद्ध महासभा के एक आयोजन में शामिल हुए थे। इसमें हिंदुओं के देवी -देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई गई। उस समय मंच पर राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे और वो भी शपथ ले रहे थे। इसको लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा था। बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि जहां चुनाव होते हैं वहां केजरीवाल और उनके नेता जय श्रीराम और कृष्ण कहते थकते नहीं, लेकिन जहां सत्ता में होते हैं वहां ऐसा अपमान करते हैं। गुजरात में भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगाये गये थे। इस संबंध में आम आदमी पार्टी (AAP) या दिल्ली सरकार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई, लेकिन सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री इसे लेकर गौतम से ‘‘बहुत नाराज थे।