मकड़ाई एक्सप्रेस 24भोपाल।मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने एक जनसभा के दौरान जनता के मांग पत्रों को भीख कहकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया।कांग्रेस को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिला जिससे बीजेपी को घेर सके।
क्या कहा मंत्री पटेल ने आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अब लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है, जो सही नहीं है।इस बयान के बाद राजनीतिक हलके में गर्माहट आ ग ई है लोगो ने बोलना शुरु कर दिया की नेता चुनाव के समय वादा करते है वही जब उन्ही वादो को पूरा करने की बात आई तो भीख बता रहे है।
सरकार से लोगो को भीख मांगने की आदत
शनिवार को राजगढ़ जिले के सुठालिया में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि अब तो सरकार से भीख मांगने की आदत लोगों को पड़ गई है। उन्होंने कहा कि जब कोई नेता आता है, तो उसे एक टोकरी भर कागज पकड़ा दिए जाते हैं। मंच पर माला पहनाकर एक मांग पत्र थमा दिया जाता है। यह सही आदत नहीं है।
मंत्री पटेल ने कहा कि लोगों को लेने की बजाय देने की मानसिकता अपनानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुफ्त की चीजों के प्रति आकर्षित होते हैं, वे समाज को कमजोर कर रहे हैं और यह वीरांगनाओं के सम्मान के खिलाफ है।
किसी शहीद ने कभी भीख नही मांगी
पटेल कहा कि कभी खुद के लिए कुछ नहीं मांगा। वे केवल एक ही भिक्षा मांगते हैं, क्योंकि वे नर्मदा परिक्रमा वासी हैं, लेकिन यह भिक्षा कभी अपने लिए नहीं होती। उनका दावा है कि कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता कि उसने प्रहलाद पटेल को कुछ दिया है।उन्होंने कहा कि क्या कोई ऐसा शहीद का नाम जानता है जिसने किसी से भीख मांगी हो ? यदि ऐसा कोई उदाहरण हो तो उसे सामने लाया जाए।
मुफ्तखोरी की प्रवृत्ति समाज को कमजोर बनाती
भिखारी की फौज खड़ी करना समाज को कमजोर करना
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि मुफ्तखोरी की प्रवृत्ति समाज को मजबूत नहीं बल्कि कमजोर बनाती है। उन्होंने इसे भिखारी की फौज खड़ी करने जैसा बताया और कहा कि इससे समाज की आत्मनिर्भरता खत्म होती है। उन्होंने लोगों को खुद आगे बढ़ने और सरकार पर निर्भरता कम करने की सलाह दी।मंत्री प्रहलाद पटेल के इस बयान से सरकार को राजनीतिक रूप से नुकसान हो सकता है।